Apr 11, 2023
कांग्रेस संसदीय दल की मुखिया सोनिया गांधी को लग रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार 'लोकतंत्र से घृणा करती है।' उन्होंने 'चिंताजनक' ताते हुए एक बड़ा लेख लिखा है। यह एक अंग्रेजी अखबार में छपा है, तथा कांग्रेस ने इसे अपने ट्विटर हैंडल पर भी शेयर कर दिया है। सोनिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने भारतीय लोकतंत्र की तीनों स्तंभों को योजनाबद्ध तरीके से नष्ट किया है।
संसद के बजट सत्र का हवाला देते हुए सोनिया ने लिखा कि बीजेपी सरकार ने विपक्ष को जनता की आवाज उठाने से रोका। मीडिया की स्वतंत्रता छीन ली है। केंद्रीय जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाते हुए लिखा है कि बीजेपी में जाने वालों के खिलाफ मुकदमे 'चमत्कारी रूप से ' गायब हो जाते हैं।
अडानी मसले पर भी सोनिया ने लिखा है कि महंगाई और बेरोजगारी को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण में बात ही नहीं की गई। मोदी सरकार न्यायपालिका को नीचा दिखाने लगी है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू की भाषा पर सवाल उठाते हुये सोनिया ने लिखा कि भारत के सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में स्पष्ट किया है कि सरकार की आलोचना दंडात्मक कार्रवाई का आधार नहीं है, क्या सरकार सुन रही है ? नहीं।
बीजेपी और आरएसएस ने वकीलों की एक सेना तैयार कर रखी है, जो 'महान नेता' की आलोचना करने पर किसी भी मंच को परेशान करने के लिए हमेशा तैयार है वहीं बीजेपी और आरएसएस नेताओं के नफरती बयानों पर प्रधानमंत्री चुप्पी साधे रहते हैं। चुप्पी साधने से भारत की समस्या का समाधान नहीं हो सकता।
प्रधानमंत्री लाखों लोगों के जीवन को प्रभावित करने वाले सरकार के कार्यों पर उठ रहे जायज सवाल पर चुप हैं। उनकी चुप्पी दूध, सब्जियां, अंडे, रसोई गैस, बेरोजगारी का सामना कर रहे करोड़ों लोगों के संघर्ष में मदद नहीं कर सकती । सोनिया ने लिखा है कि आने वाले दिन काफी अहम है।








