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MEA की तीखी प्रतिक्रिया- भुट्टो का बयान तल्ख, पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलनी चाहिए

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Dec 16, 2022

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो द्वारा न्यूयॉर्क में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर पर की गई विवादास्पद टिप्पणी पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इस बाबत बयान जारी कर विदेश मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री का बयान 'असंतोष' से भरा है। पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।

विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि बिलावल भुट्टो की टिप्पणी पाकिस्तान के लिए भी एक नया निचला स्तर है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री स्पष्ट रूप से 1971 में इस दिन को भूल गए हैं, जो जातीय बंगालियों और हिंदुओं के खिलाफ पाकिस्तानी शासकों द्वारा किए गए नरसंहार का प्रत्यक्ष परिणाम था। पाकिस्तान पर हमला बोलते हुए विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो ओसामा बिन लादेन को शहीद मानता है। इतना ही नहीं यह लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकियों की पनाहगाह भी है। कोई अन्य देश जो 126 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादियों और 27 संयुक्त राष्ट्र नामित आतंकवादी संगठनों की मेजबानी करता है।

विदेश कार्यालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री को मुंबई की एक नर्स अंजलि कुलथे द्वारा यूएनएससी में दी गई गवाही को और गंभीरता से सुनना चाहिए था, जिन्होंने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी अजमल कसाब की गोलियों से 20 गर्भवती महिलाओं की जान बचाई थी। यूएनएससी में उनके बयान से साफ है कि उनकी दिलचस्पी आतंकी घटनाओं में पाकिस्तान की भूमिका को साफ करने में ज्यादा है।

विदेश मंत्रालय ने यह स्पष्ट कर दिया कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री भुट्टो की हताशा उनके ही देश में संचालित आतंकवादी कारखानों के मास्टरमाइंडों पर निर्देशित होगी। जिन्होंने अपने देश की नीति में आतंकवाद को शामिल किया है। पाकिस्तान को अपनी मानसिकता बदलने की जरूरत है।

पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी पर बवाल शुरू हो गया है। बीजेपी इस समय दिल्ली में पाकिस्तान उच्चायोग के खिलाफ धरना दे रही है। बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता पाकिस्तान उच्चायोग पहुंच गए हैं और विरोध कर रहे हैं। बीजेपी कार्यकर्ता पाकिस्तान हाय-हाय और बिलावल भुट्टो पर शर्म करो के नारे लगा रहे हैं। बिलावल भुट्टो के बयान को लेकर भारत में जबरदस्त गुस्सा है और सभी पार्टियों के सांसदों ने बिलावल भुट्टो के बयान का विरोध किया।

गौरतलब है कि पाकिस्तान के विदेश मंत्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत पर राजनीतिक हमले करने में लगे हुए हैं। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने गुरुवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) जिम्मेदार है। सुरक्षा परिषद की छत्रछाया में बहुपक्षीय समाधान शांति को बढ़ावा देने और संघर्षों को हल करने के लिए सबसे प्रभावी दृष्टिकोण प्रदान करते हैं। बिना नाम लिए भुट्टो ने जम्मू-कश्मीर के संदर्भ में कहा कि विवाद के पक्ष एक दिन बहुपक्षीय प्रक्रिया, बहुपक्षीय सुधारों की वकालत नहीं कर सकते और अगले दिन द्विपक्षीय रास्ते और अंत में एकतरफा कार्रवाई पर जोर दे सकते हैं।

इतना ही नहीं बिलावल भुट्टो ने न्यूयॉर्क में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सारी हदें पार कर दी और पीएम मोदी पर निजी हमले किए। उन्होंने भारतीय विदेश मंत्री की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी के खिलाफ विवादित बयान दिया कि पाकिस्तान ने 9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन को शरण दी थी। उन्होंने कहा कि उनके पीएम बनने से पहले अमेरिका ने उनके प्रवेश पर रोक लगा दी थी। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर को आरएसएस का प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री बताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत सरकार हिटलर की विचारधारा में विश्वास करती है।