Dec 16, 2022
बिहार छपरा-सीवान में 57 की मौत
सीएम नीतीश ने कहा कि शराब पीना किसी भी धर्म में ठीक नहीं है
अन्य राज्यों में जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो रही है।
जहरीली शराब के सेवन से बिहार में अब तक 57 लोगों की मौत हो चुकी है। शराबबंदी के बावजूद बीजेपी लगातार शराब बिक्री को लेकर नीतीश कुमार पर हमलावर है। विधानसभा में यह मामला खूब गूंजा है। इस बीच सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि शराब से किसी की मौत होने पर मुआवजा नहीं दिया जाएगा।
नीतीश कुमार ने एक बार फिर कहा कि शराब पियोगे तो मरोगे ही। उन्होंने कहा कि हम राष्ट्रपिता बापू के दिखाए रास्ते पर चल रहे हैं। अन्य राज्यों में जहरीली शराब के सेवन से लोगों की मौत हो रही है। भाजपा ने शराबबंदी का समर्थन किया।
इस दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि शराब पीना किसी भी धर्म में अच्छी बात नहीं है। सीएम कुमार ने कहा कि प्रदेश में गरीबों के उत्थान के लिए काम किया जा रहा है। पहले गरीब आदमी घर में शराब पीकर मारपीट करता था, लेकिन शराबबंदी के बाद यह बहुत कम हो गया है। उन्होंने कहा कि हम गरीबों को काम करने के लिए एक लाख रुपये देते हैं कि भाई अपना काम करो, लेकिन लोग शराब पी रहे हैं। नीतीश ने कहा कि हम गरीबों के लिए बहुत काम कर रहे हैं। प्रतिबंध मुद्दा नहीं है, बल्कि इसका दुरुपयोग है।
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा का माइक अभी भी बंद है। इसको लेकर बीजेपी विधायक लगातार सदन में हंगामा कर रहे हैं। आज बीजेपी विधायक हाथ में पोस्टर लेकर वेल पहुंचे और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर मार्शलों ने विधायकों के हाथों से पोस्टर छीन लिए, जिसके बाद सदन की कार्यवाही करीब आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई।
विधानसभा में नीतीश कुमार भड़क गए
इससे पहले 14 दिसंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा में नाराज हो गए थे और वह बीजेपी से नाराज थे। बीजेपी पर निशाना साधते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि आप सभी पहले शराबबंदी के पक्ष में थे। अब क्या हुआ? इसके बाद भाजपा विधायक सदन से बहिर्गमन कर गए। बीजेपी विधायकों ने कई मुद्दों को लेकर सदन के बाहर प्रदर्शन किया। बीजेपी का कहना है कि जब तक सीएम नीतीश कुमार सदन में माइक बंद करने के लिए नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा से माफी नहीं मांग लेते तब तक सदन को आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा, "शराबबंदी लागू करने के तरीके में सुधार की जरूरत है। इसे सख्ती से लागू करने के साथ ही सजा के तरीके में बदलाव की जरूरत है।"








