Aug 27, 2024
किसानों को लेकर बीजेपी सांसद और एक्ट्रेस कंगना रनौत के विवादित बयान से सियासी बवाल मच गया है. संयुक्त किसान मोर्चा के अलावा कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य पार्टियां कंगना के बयान को लेकर बीजेपी पर हमलावर हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के अलावा पार्टी नेता राहुल गांधी ने भी बिना नाम लिए कंगना की आलोचना की है.
राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट किया
राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए लिखा की किसान आंदोलन वापस लेते समय बनाई गई सरकारी कमेटी अभी भी ठंडे बस्ते में है, एमएसपी पर सरकार ने आज तक अपना रुख साफ नहीं किया है, शहीदों के परिवारों को कोई राहत नहीं दी गई है. अन्नदाताओं का अपमान और उनकी गरिमा पर हमला कर मोदी सरकार द्वारा किसानों के साथ किया गया विश्वासघात छिप नहीं सकता. नरेंद्र मोदी और बीजेपी चाहे कितनी भी साजिश कर लें, INDIA गठबंधन किसानों को एमएसपी की वैध गारंटी देकर रहेगा.'
मल्लिकार्जुन खड़गे का प्रहार
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कंगना के बयान पर बीजेपी और पीएम मोदी को घेरा है. उन्होंने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने खुद संसद में किसानों को 'आंदोलनजीवी' और 'परजीवी' कहा था. संसद ने शहीद किसानों के लिए दो मिनट का मौन रखने से भी इनकार कर दिया. मोदी जी ने एमएसपी पर कमेटी बनाने और किसानों की आय दोगुनी करने का भी झूठा वादा किया. जब मोदी जी खुद ये सब कर सकते हैं तो देश उनके समर्थकों से शहीद किसानों के अपमान के अलावा और क्या उम्मीद कर सकता है? यह शर्मनाक और बेहद निंदनीय किसान विरोधी विचारधारा मोदी सरकार का डीएनए है.'
किसान नेता टिकैत ने दिया बयान
किसान नेता राकेश टिकैत ने कंगना के बयान की आलोचना करते हुए कहा, '13 महीने लंबे किसान आंदोलन में 400 किसान संगठनों और लाखों किसानों की मौजूदगी के बावजूद कोई हिंसा नहीं हुई, 700 से ज्यादा किसान शहीद हुए, लेकिन किसानों ने अपना आपा न खोएं. इस बारे में बीजेपी सांसद कंगना रनौत का बयान शहीद किसानों और देश के करोड़ों किसानों का अपमान है.'
बीजेपी ने इस बयान से खुद को अलग कर लिया है
भाजपा के केंद्रीय मीडिया विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, भाजपा ने कंगना रनौत के बयान से असहमति व्यक्त करते हुए खुद को अलग कर लिया है, साथ ही कहा गया है कि पार्टी ने मंडी सांसद को भविष्य में ऐसा कोई बयान नहीं देने की भी हिदायत दी है.
क्या था कंगना का बयान?
एक मीडिया एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कंगना ने कहा, 'पंजाब में किसान आंदोलन के नाम पर उपद्रवी हिंसा फैला रहे हैं और रेप और हत्याएं हो रही हैं. यदि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं होता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब में बांग्लादेश जैसे हालात बन गए होते. तीनों कृषि बिल वापस हो गए, नहीं तो इन दुष्टों की बहुत लंबी योजना थी और ये देश में कुछ भी कर सकते थे.'