Oct 10, 2024
रतन टाटा का 86 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रतन टाटा के निधन पर दुख जताया और देश के विकास में रतन टाटा द्वारा दिए गए योगदान के प्रति आभार जताया.
देश की सबसे चहेती कारोबारी हस्तियों में से एक के बुधवार रात निधन की खबर सुनकर पूरा देश सदमे में है. टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा का 86 साल की उम्र में मुंबई के एक अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों के चलते निधन हो गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रतन टाटा के निधन पर दुख जताया और देश के विकास में रतन टाटा के योगदान के लिए आभार भी जताया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर रतन टाटा के निधन पर शोक जताया.
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "श्री रतन टाटा जी एक विशनरी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और असाधारण इंसान थे. उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित कारोबारी घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया. साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया. अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के लिए अटूट प्रतिबद्धता के कारण वे कई लोगों के प्रिय थे." उन्होंने यह भी कहा, "मेरा मन श्री रतन टाटा जी के साथ अनगिनत बातचीत से भरा हुआ है. जब मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था, तब मैं उनसे अक्सर मिलता था. हम विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करते थे. मुझे उनके दृष्टिकोण बहुत समृद्ध करने वाले लगे. जब मैं दिल्ली आया, तब भी ये बातचीत जारी रही. उनके निधन से बेहद दुखी हूँ. इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार, मित्रों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति."
उन्होंने आगे कहा, "श्री रतन टाटा जी के सबसे अनोखे पहलुओं में से एक उनका बड़ा सपना देखने और दूसरों को कुछ देने का जुनून था. वे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता, पशु कल्याण जैसे मुद्दों को आगे बढ़ाने में सबसे आगे थे."
रतन टाटा को उम्र संबंधी बीमारियों के चलते मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और ऐसी खबरें थीं कि उनकी तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें आईसीयू में शिफ्ट किया गया था.