Dec 12, 2025
ट्रंप-मोदी की मेगा प्लानिंग: दुनिया का नया ‘सुपर पावर क्लब’ C-5 फोरम आने वाला है!
वॉशिंगटन/नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बनते ही वैश्विक कूटनीति का नक्शा बदलने की तैयारी में हैं। सूत्रों के मुताबिक ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलकर पांच सबसे ताकतवर देशों का नया क्लब ‘C-5 फोरम’ (कोर फाइव) बनाने जा रहे हैं, जिसमें सिर्फ बड़ी आबादी और बड़ी ताकत वाले देश होंगे – बिना लोकतंत्र या अमीरी की शर्त के।
ये पांच देश होंगे सदस्य
C-5 में अमेरिका, चीन, रूस, भारत और जापान शामिल होंगे। इन पांचों देशों की आबादी 100 मिलियन से ज्यादा है और ये मिलकर दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी व सैन्य-आर्थिक ताकत रखते हैं। ट्रंप का मानना है कि G7 जैसे पुराने क्लब अब अप्रासंगिक हो चुके हैं क्योंकि वे मल्टीपोलर दुनिया की हकीकत नहीं दर्शाते।
पहला बड़ा मुद्दा: इजरायल-सऊदी डील
इस नए फोरम का पहला एजेंडा इजरायल और सऊदी अरब के बीच ऐतिहासिक शांति समझौता कराना होगा। ट्रंप इसे अब्राहम समझौते की दूसरी कड़ी मानते हैं और मानते हैं कि सिर्फ ये पांच बड़े देश मिलकर मिडिल ईस्ट का समीकरण बदल सकते हैं।
यूरोप-NATO में खलबली
यूरोप और NATO देशों में इस प्रस्ताव से हड़कंप मच गया है। उनका डर है कि रूस व चीन को इस तरह बड़े मंच पर लाना पश्चिमी एकजुटता को कमजोर करेगा और G7 को पूरी तरह हाशिए पर धकेल देगा।
भारत के लिए बड़ा मौका, बड़ी चुनौती
भारत के लिए C-5 में स्थायी सीट मिलना वैश्विक सुपरपावर बनने का सीधा रास्ता है, लेकिन चीन व रूस के साथ एक ही टेबल पर बैठना कूटनीतिक संतुलन की बड़ी परीक्षा भी होगा।







