Dec 13, 2022
ट्विटर (Twitter) की सब्सक्रिप्शन सर्विस आज लॉन्च के लिए तैयार है। कंपनी ने ऑफिशियल ट्वीट द्वारा इस बात की जानकारी दी है। सब्सक्रिप्शन सर्विस के तहत यूजर्स को ब्लू टिक, 1080 वीडियो पोस्टिंग, एडिट जैसे प्रीमियम फीचर्स का एक्सेस मिलेगा। कंपनी ने ट्वीट के जरिए बताया कि इस सर्विस के लिए ट्विटर के वेब यूज़र्स को 8 प्रति महीने के हिसाब से पेमेंट करनी होगी. वहीं आईओएस यूजर्स के लिए ये कीमत 11 प्रति महीना रखी गई है।
ट्विटर यूजर्स को इस सर्विस का सब्सक्रिप्शन लेने के बाद अकाउंट वेरीफिकेशन के लिए ब्लू चेक मार्क मिलेगा। इसके साथ ही वह ट्वीट एडिट करने और 1080 की वीडियो सबमिट करने में सक्षम होंगे साथ ही ये भी मालूम हुआ है कि सरकारी ट्विटर हैंडल के लिए चेक मार्क ग्रे कलर और बिजनेस के लिए गोल्ड कलर का होगा. फिलहाल कंपनी ने इस बात के लिए कोई ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी नहीं किया है कि वेब के मुकाबले हर यूजर्स को ज्यादा पेमेंट क्यों करनी होगी। बता दें कि नवंबर की शुरुआत में ट्विटर ब्लू की शुरुआत हुई थी। लेकिन, फेक अकाउंट की संख्या बढ़ने की वजह से इसे बंद कर दिया गया था। इसके बाद इसे 29 नवंबर को फिर से लॉन्च करने की बात सामने आई, लेकिन किसी कारण इसकी डेट को आगे बढ़ा दिया गया।
होगा ये बड़ा बदलाव
टिवटर (Twitter) के नए मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ट्विटर पर एक और बड़ा बदलाव करने के लिए तैयार है। दरअसल मस्क ने हाल ही में कंफर्म किया है कि ट्विटर कैरेक्टर लिमिट को 280 से बढ़ाकर 4000 करने के लिए तैयार है। जब एलन ओबारे नाम के एक ट्विटर यूजर ने मस्क से पूछा कि क्या ट्विटर ने कैरेक्टर लिमिट को 280 से बढ़ाकर 4000 कर दिया है? तो इसपर एलन मस्क ने 'हा' में जवाब दिया। बता दें कि पहले प्लेटफॉर्म सिर्फ 140 कैरेक्टर की लिमिट देता था, ट्विटर ने 8 नवंबर, 2017 को कैरेक्टर लिमिट को 140 से 280 कैरेक्टर तक दोगुना कर दिया।
टाटा टेक के आईपीओ को मंजूरी
18 साल बाद टाटा ग्रुप का कोई इश्यू मुंबई | टाटा मोटर्स के बोर्ड ने सोमवार को बैठक में टाटा टेक्नोलॉजीस में अपने निवेश के एक हिस्से को बेचने पर सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। इसके मुताबिक इस ग्लोबल प्रोडक्ट इंजीनियरिंग और डिजिटल सर्विसेस कंपनी में हिस्सेदारी आईपीओ के जरिये बेची जा सकती है। यदि टाटा टेक्नोलॉजीस का आईपीओ आता है तो संभवतः 18 साल बाद ऐसा होगा जब टाटा ग्रुप की किसी कंपनी का आईपीओ बाजार में आएगा। इससे पहले 2004 में टीसीएस का आईपीओ आया था। जनवरी 2017 में एन चंद्रशेखरन टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने थे।
गेमिंग कंपनियों की 23,000 करोड़ रुपए की जीएसटी चोरी की जांच जारी
नई दिल्ली| अप्रैल 2019 से नवंबर 2022 के बीच गेमिंग कंपनियों ने 23,000 करोड़ की जीएसटी की चोरी की। इसकी जांच चल रही है। वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने लोकसभा में बताया कि साइबर और क्रिप्टो एसेट से संबंधित ऐसे कई मामलों की जांच की जा रही है, जिसमें ऑनलाइन गेमिंग का इस्तेमाल आय में हेराफेरी के लिए किया गया। प्रवर्तन निदेशालय ने ऑनलाइन गेमिंग साइबर और क्रिप्टो एसेट से संबंधित धोखाधड़ी के मामलों में 1000 करोड़ से अधिक की राशि अटैच की है।








