Apr 13, 2018
जबलपुर और नरसिंहपुर जिले की सीमा के बीच खुलेआम नर्मदा नदी में पोकलेन मशीन के जरिए नदी को छलनी किया जा रहा है जबकि प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान का साफ तौर पर निर्देश है कि नर्मदा से किसी भी प्रकार की मशीनों से खनन नहीं किया जाएगा लेकिन जिम्मेदार अधिकारी अपनी आँखे बंद किये बैठे है इतना ही नहीं अधिकारियों का तो साफ़ तौर पर कहना है की हमारी सीमा में रेत का अवैध खनन हो ही नहीं रहा है जबकि स्वराज एक्सप्रेस के कैमरे में उसी जिम्मेदार अधिकारी की सीमा से लाइव तस्वीरें कैमरे में कैद हुई है।
क्या है पूरा मामला देखिये स्वराज एक्सप्रेस की ये एक्सक्लूजिव खबर......
जबलपुर और नरसिंहपुर जिले की सीमा के बीच आने वाला ये बेलखेडी घाट है जहां पर बेखौफ खड़े बड़े बड़े हाइवा, जेसीबी मशीन और पोकलेन मशीन से निकाली जा रही नर्मदा नदी से रेत की तस्वीरें ही अपनी कहानी खुद बयां कर रही है हमारी स्वराज एक्सप्रेस की टीम जब एक कार्यक्रम की कवरेज करने बेलखेडी घाट पर पहुची तो वहाँ का नजारा ही कुछ और था नर्मदा नदी के बीच में लगी पोकलेन मशीन एक तरफ रेत उगल रही थी तो दूसरी और जेसीबी मशीन रेत उठाकर बड़े बड़े वाहनों में भर रही थी।
इस बात की सूचना जब गोटेगांव एसडीएम शाहिद खान को दी तब उन्होंने कहा की हम अपने दलबल के साथ घाट पर पहुंच रहे है परन्तु जब तक एसडीएम साहब मौके पर पहुंचते तब तक उनके आने की खबर खनन माफियाओं को लग गई और वो अपने वाहन और जेसीबी मशीन लेकर मौके से फरार हो गए और जब गोटेगांव एसडीएम शाहिद खान मौके पर पहुंचे तब मीड़िया कर्मियों ने उनसे सवाल किये तो उनके जवाब ही चौंकाने वाले थे क्योंकि गोटेगांव एसडीएम शाहिद खान ने दूसरे जिले का मामला बता कर अपना पल्ला झाड लिया जबकि उन्हें चाहिए था की वो अपने कर्तव्यों का पालन कर दूसरे जिले के खनिज अधिकारी या फिर पुलिस को सूचना देकर प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान के निर्देशों का पालन करते।
वही इस बारे में जबलपुर खनिज अधिकारी का साफ़ तौर पर कहना है की सीमा विवाद होने पर हम सभी मिलकर एक दूसरे के सहयोग से अवैध रेत के खनन को रोकने काम करते है इस पूरे मामले पर कांग्रेस नेता प्रदेश सरकार के मातहत अधिकारियों पर आरोप लगा रहे हैं की जो भी नर्मदा का सीना छलनी कर रहे है वो खनिज अधिकारियों की ही मिली भगत है।