Jan 18, 2023
प्रयागराज पुलिस ने माघ मेले में इस्लाम का प्रचार करने और हिंदू धर्म को गलत तरीके से पेश करने वाले इस्लामिक साहित्य को बेचने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। मौलान महमूद हसन गाजी जिसे बंदी बना लिया गया, वही मुख्य सागरित है। इसके साथ ही प्रयागराज के मोहम्मद मोहनीश और कौशांबी के समीर उर्फ नरेश कुमार इस्लामिक साहित्य बेच रहे थे।
पुलिस को उसके कब्जे से मिली किताबों में इस्लाम श्रेष्ठ है और हिंदू धर्म को गलत तरीके से पेश किया गया है। यह महत्वपूर्ण है कि जो लोग उससे इस्लामिक साहित्य खरीदते हैं, ये लोग उसका विवरण लेते हैं और उसकी तस्वीरें लेते हैं और दुबई में बैठे लोगों को भेजते हैं। इसके बदले उसे दुबई से रुपये भेजे जाते थे। पुलिस अब दुबई से आए शख्स से पूछताछ कर रही है।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि महमूद हसन गाजी एक मदरसे में शिक्षक और पैगामे बेहददानियत संस्था का अध्यक्ष भी है। इसके साथ ही समीर उर्फ नरेश कुमार और मोहम्मद मोहनीश उर्फ आशीष गुप्ता ने कुछ दिन पहले हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल किया था। महमूद हसन गाज़ी दुबई से मिलने वाले रुपयों से इस्लामी साहित्य छापता था और इन्हीं दोनों के ज़रिए हिन्दू जगहों पर जाकर इस्लामी साहित्य बेचा करता था।
पुलिस के मुताबिक यह सब धर्म परिवर्तन के मकसद से किया गया था। माघ मेले में इस्लामिक साहित्य बेचने का मामला बीजेपी एमएलसी निर्मला पासवान ने उठाया था और पुलिस ने शिकायत दर्ज कराई थी। जिसके बाद प्रयागराज पुलिस ने माघ मेले में इस्लामिक साहित्य बेचने वाले 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से इस्लामिक साहित्य से जुड़ी 204 किताबें और अन्य सामान जब्त किया है। पुलिस अब उस शख्स की तलाश कर रही है जो इन लोगों को फंडिंग कर रहा था।