Apr 4, 2023
उत्तर प्रदेश की जेलों में बंद माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरतने को लेकर जेल अधीक्षकों की आलोचना हो रही है. उत्तर प्रदेश के बरेली, नैनी और बांदा के वरिष्ठ जेल अधीक्षकों को निलंबित कर दिया गया है। अशरफ अहमद, अतीक के बेटे अली अहमद और मुख्तार अंसारी के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही बरतने के कारण इन जेलों के अधीक्षक के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
विदित हो कि बरेली जेल में कैद अशरफ, नैनी जेल में बंद अतीक अहमद के बेटे अली और बांदा जेल में कैद मुख्तार अंसारी को सजा देने के मामले में लापरवाही बरतने के मामले में इन तीनों वरिष्ठ जेल अधीक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गयी है.
इन अफसरों को किया गया सस्पेंड
बरेली जेल अधीक्षक राजीव शुक्ला, नैनी जेल वरिष्ठ जेल अधीक्षक शशिकांत सिंह और बांदा अविनाश गौतम को निलंबित कर दिया गया है. अशरफ को रिहा कर दिया गया है, जबकि अतीक को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है
कुछ दिन बाद अतीक अहमद और उसके भाई को सुनवाई के लिए प्रयागराज कोर्ट लाया गया और फिर दोनों को नैनी जेल में भी रखा गया. प्रयागराज के एमपी-ईमेल ने राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल के अपहरण के मामले में कोर्टई अतीक अहमद के भाई अशरफ को बरी कर दिया. वह पहले से बरेली जेल में बंद था। तो इस मामले में काफिया अतीक अहमद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। बता दें कि अतीक अहमद इस वक्त अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद है।