Jan 5, 2023
बाजार में कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स मिलते हैं, जिनका इस्तेमाल महिलाएं अपने लुक को निखारने के लिए करती हैं। ब्यूटी प्रोडक्ट्स में सबसे पहला नाम आता है लिपस्टिक (Lipstick) का। जिसके बिना मेकअप अधूरा रहता है। ऑफिस जा रही हों या किसी पार्टी में, महिलाएं लिपस्टिक का इस्तेमाल करती हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप जिस लिपस्टिक का इस्तेमाल रोज करती हैं, वह आपके होठों पर रंग की जगह केमिकल की परत बना रही है। यह बात आपको हैरान कर सकती है लेकिन सच्चाई यह है कि कई अच्छी लिपस्टिक्स में केमिकल्स भी होते हैं। इससे शरीर को कई तरह के नुकसान होते हैं। रोजाना लिपस्टिक लगाने के कई गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
आँखों में जलन
आंखों में जलन आमतौर पर काजल या मस्कारा लगाने से होती है, लेकिन कई महिलाएं Lipstick को आईशैडो की तरह भी इस्तेमाल करती हैं। ऐसे में केमिकल युक्त लिपस्टिक आंखों में जलन पैदा कर सकती है। यह दृष्टि को प्रभावित कर सकता है।
पेट की समस्या
एक रिसर्च के मुताबिक लिपस्टिक बनाने वाले केमिकल्स में लेड शामिल होता है। जो मुंह के सहारे पेट तक पहुंच सकता है। इससे पेट दर्द, किडनी और लिवर से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
तंत्रिका क्षति (Nerve Damage)
लिपस्टिक में लेड तंत्रिका क्षति का कारण बन सकता है। इससे मेमोरी लॉस हो सकता है। मस्तिष्क में अतिरिक्त सीसा तंत्रिका संचरण में हस्तक्षेप कर सकता है और शरीर में कैल्शियम की आपूर्ति को अवरुद्ध कर सकता है। साथ ही इसमें मौजूद कैडमियम सुरक्षित नहीं है। यह दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है।
शरीर पर रसायनों का जहरीला प्रभाव
जब भी आप Lipstick लगाती हैं तो उसमें कई तरह के केमिकल्स का भी इस्तेमाल होता है जिससे शरीर पर टॉक्सिक इफेक्ट बढ़ सकता है। कई लिपस्टिक कलरेंट के रूप में लेड का उपयोग करती हैं। लिपस्टिक में कलर के लिए मैंगनीज, लेड और कैडमियम का इस्तेमाल किया जाता है। इससे होंठों का रंग डार्क हो जाता है और बार-बार सूखने की समस्या हो जाती है।
स्किन एलर्जी की समस्या
विशेषज्ञों का मानना है कि लिपस्टिक के इस्तेमाल से एलर्जी होने की संभावना बढ़ जाती है। इसमें इस्तेमाल होने वाले कृत्रिम रंग जब मुंह के अंदर पहुंचते हैं तो इससे एलर्जी और त्वचा पर खुजली, सूजन और लालिमा हो सकती है। इसलिए ब्यूटी एक्सपर्ट हर्बल सामग्री से बनी लिपस्टिक के इस्तेमाल की सलाह देते हैं।
प्रेग्नेंसी में दिक्कत
लिपस्टिक में लेड गर्भवती महिला और उसके भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकता है। इससे इरेक्शन में भी समस्या हो सकती है। लिपस्टिक होंठों के सहारे पेट तक पहुंच सकती है। यह रक्त में लेड के स्तर को बढ़ा सकता है। गर्भावस्था के दौरान लेड आसानी से प्लेसेंटा को पार कर सकता है। इससे शिशु में नवजात सीसा विषाक्तता का खतरा बढ़ जाता है।