Mar 14, 2023
पापमोचनी एकादशी 2023 तिथि: हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। पापमोचनी एकादशी का व्रत करने से भगवान विष्णु सभी पापों से मुक्त हो जाते हैं।
पापमोचनी एकादशी का व्रत इस बार 18 मार्च 2023 को रखा जाएगा. यह व्रत हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को किया जाता है। हिंदू धर्म में एकादशी व्रत का विशेष महत्व होता है। एकादशी भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है। मान्यताओं के अनुसार पापमोचनी एकादशी का व्रत और विधिपूर्वक पूजन करने से व्यक्ति को कई जन्मों के पापों से मुक्ति मिल जाती है। आपको बता दें कि एक साल में 24 एकादशियां आती हैं, लेकिन जब अधिकमास या मलमास आता है तो इनकी संख्या बढ़कर 26 हो जाती है।
नारद पुराण में स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने पाप की इस एकादशी को अर्जुन को सुनाया था। हिन्दू शास्त्रों में कहा गया है कि संसार में ऐसा कोई मनुष्य नहीं है जिसने जाने या अनजाने में कोई गलती न की हो और उस गलती का प्रायश्चित करने के लिए हमें पापमोचनी एकादशी का व्रत करना चाहिए। पापमोचनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है।
पापमोचनी एकादशी का शुभ मुहूर्त
चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि प्रारंभ - दोपहर 2:06 बजे (17 मार्च 2023)
एकादशी तिथि समाप्त - रात 11 बजकर 13 मिनट (18 मार्च 2023)
पापमोच की एकादशी व्रत तिथि - 18 मार्च 2023
व्रत का समय - 06:27 AM से 08:07 AM (19 मार्च 2023)
द्वादशी तिथि की समाप्ति - 08:07 AM (19 मार्च 2023)
पापमोचनी एकादशी व्रत का महत्व
पापमोची एकादशी के दिन भगवान नारायण की विधिपूर्वक पूजा करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। इतना ही नहीं भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी कृपा प्राप्त होती है। पापमोचिनी एकादशी के दिन विष्णु जी को तुलसी का पौधा अर्पित करें, इससे आपका जीवन सुखमय और समृद्ध बनेगा। शास्त्रों में पापमोचिनी एकादशी को पापों का नाश करने वाली माना गया है।








