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यूपी गठबंधन में सियासी ड्रामा, कांग्रेस की सीट पर सपा के उम्मीदवार

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Jan 20, 2017

सपा और कांग्रेस के बीच गठबंधन के मसले पर लखनऊ में शुक्रवार को जबर्दस्‍त सियासी ड्रामा देखने को मिला. दरअसल गठबंधन के औपचारिक ऐलान के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष राज बब्‍बर दिल्‍ली से लखनऊ पहुंचे. इसी बीच सपा ने सियासी दांव खेलते हुए शुरुआती तीन चरणों के चुनावों के लिए 191 सीटों पर प्रत्‍याशियों की घोषणा कर दी. इनमें से सात ऐसी सीटें भी थीं जिन पर कांग्रेस की दावेदारी थी क्‍योंकि पिछली बार इन पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. औपचारिक गठबंधन के ऐलान से पहले ही इस तरह सपा द्वारा सीटों की घोषणा से कांग्रेस नाराज हो गई.

इससे नाराज राज बब्‍बर ने कहा, ''कोई भी समझौता कांग्रेस कार्यकर्ताओं के आत्‍म-सम्‍मान की कीमत पर नहीं हो सकता.'' उन्‍होंने पूछे जाने पर यह भी कहा कि उनको नहीं पता कि गठबंधन होगा भी या नहीं. गठबंधन नहीं होने की बढ़ती संभावना के बीच राज बब्‍बर ने दिल्‍ली लौटने का फैसला किया. जब वह लखनऊ एयरपोर्ट पहुंचे तो उनके पास संभवतया सपा की तरफ से फोन आया. लिहाजा उन्‍होंने अपने लौटने के कार्यक्रम को रद्द कर दिया और वापस लौट गए. उसके बाद सूत्रों के मुताबिक राज बब्‍बर मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने गए हैं.

उल्‍लेखनीय है कि आज सुबह सपा के 191 प्रत्‍याशियों की लिस्‍ट जारी होने के बाद पार्टी के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष किरणमय नंदा ने कहा था कि गठबंधन को लेकर कांग्रेस का रुख सकारात्‍मक नहीं है. उनकी तरफ से कोई प्रस्‍ताव नहीं आया है और कांग्रेस केवल 54 सीटों की हकदार है. नंदा ने कहा कि इस हिसाब से कांग्रेस को 54 सीटें ही मिलनी चाहिए, लेकिन अगर वह गंभीरता से बातचीत करे तो उसे 25-30 सीटें और दी जा सकती है. सपा कांग्रेस को अधिकतम 85 सीटें दे सकती है.

यह नाराजगी ऐसे वक्‍त में उभर कर आई है जब यह माना जा रहा था कि दोनों पार्टियां आज शाम को गठबंधन का औपचारिक रूप से ऐलान करने वाली हैं. सूत्रों के मुताबिक इस ऐलान के लिए आज कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष राज बब्‍बर और सपा के प्रदेश अध्‍यक्ष नरेश उत्‍तम के साथ शाम को संयुक्‍त प्रेस कांफ्रेंस का कार्यक्रम था. उसमें गठबंधन का औपचारिक ऐलान किया जाने वाला था.