Mar 28, 2023
नईदिल्ली, ग्लोबल आर्थिक मंदी की आशंकाओं के बीच अब वर्ल्ड बैंक ने नई रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में विकसित देशों की ग्रोथ कम रहने की आशंका जताई जा रही है । यहरिपोर्ट इसलिये चिंताजनक है क्योंकि अमेरिका और यूरोप के बैंकिंग संकट के चलते मार्केट पहले से दी दबाव में नजर आ रहा है।
रिपोर्ट से साफ है कि कई देशों पर ग्लोबल इकोनॉमी मंदी के बादल ज्यादा गहरा सकते हैं। अमेरिका और यूरोप में बैंकिंग संकट ने स्लोडाउन की आशंका को और बढ़ाया हुआ ही है। अब वर्ल्ड बैंक ने चेतावनी में कहा है कि ग्लोबल इकोनॉमी की रफ्तार साल 2030 तक तीन दशक में सबसे कम रह सकती है। वर्ल्ड बैंक के मुताबिक प्रोडक्टिविटी और लेबर सप्लाई को बढावा देने, निवेश को बढ़ावा के साथ- साथ सर्विस सेक्टर कीक्षमताओं को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना होगा।
रिपोर्ट में कोविड- 19 औररूस-यूक्रेन के बाद पोटेंशियल आउटपुट ग्रोथ रेट का वैल्यूएशन किया गया है। बैंकने इस बात पर चिंता जताई है कि पिछलेतीन दशकों में ग्रोथ और समृद्धि को बढावा देने वाली लगभग सभी आर्थिक ताकत कमजोर हो गई हैं। इस गिरावट की वजह से 2022- 2030 के बीच एवरेज ग्लोबल पोटेंशियल जीडीपी में कमी आने की आशंका है। यह ट्रेंड सिर्फ विकसित इकोनॉमीतक ही सीमित नहीं है बल्कि विकसित देशों में भी ग्रोथ कम होने का अनुमान है. इसदेश के बाकी समय में वार्षिक ग्रोथ चार फीसदी रह सकती है।