May 6, 2019
युवराज गौर : चुनाव आयोग शत प्रतिशत मतदान करवाने के लिए वर्षों से प्रयास कर रहा है। मौजूदा समय में जारी लोकसभा चुनाव में भी वोटिंग प्रतिशत बढ़ाने आयोग ने स्वीप प्लान के अंतर्गत अनेकों मतदाता जागरूकता कार्यक्रम करवाए। बता दें कि जिसमें लाखों रुपए खर्च भी किए, लेकिन बैतूल जिलें की बात करें तो यहां स्वीप प्लान फेल होता दिखाई दे रहा है वो इसलिए क्योंकि जो लोग मतदान कार्यो में लगें है वे लोग ही मतदान करने से वंचित है।
लोस चुनाव के दौरान ड्राइवरों की जिम्मेदारी
बता दें कि ये कोई पहली बार नहीं बल्कि पिछले कई चुनाव में वे मतदान नही पाए। हम बात कर रहे हैं बैतूल जिले में जारी लोकसभा चुनाव में लगे उन वाहन के ड्राइवरों की जिन पर चुनाव सामग्री मतदान केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी गई है।
1200 से अधिक वाहन चुनावी कार्य में लगे
चुनाव कार्य में जिलें में लगभग 1200 से अधिक वाहन लगे हुए हैं इन वाहनों के ड्राइवर और कंडक्टर लोकसभा चुनाव में मतदान नहीं कर पाएंगे। प्रशासन ड्रायवर और कंडक्टरों के मतदान करने के लिए ईडीसी जारी करने की बात तो कह रहे है लेकिन बसों को लेकर मतदान केंद्रों पर जा रहे ड्राइवरों को ईडीसी नही मिली है।








