Mar 28, 2018
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राज्यसभा के सदस्यों को विदाई देते हुए संसदीय लोकतंत्र में उनके योगदान की सराहना की लेकिन इस बात पर अफसोस जताया कि वे रिटायर होने के कारण तीन तलाक विधेयक को पारित करने में अपनी भूमिका से वे वंचित रह गए।
पीएम ने किया अफसोस जाहिर
बता दें मोदी ने आज सुबह राज्यसभा में सदन की कार्यवाही शुरू होने पर 40 से अधिक सदस्यों के विदाई समारोह में अपने उद्गार व्यक्त करते हुए यह अफसोस जाहिर किया। उन्होंने कहा कि ये सदस्य चाहते थे कि तीन तलाक विधेयक पर चर्चा के दौरान वे भाग लें लेकिन सदन की गलती के कारण यह संभव नहीं हो सका।
प्रो. पीजे कुरियन को दी विशेष रूप से बधाई
उन्होंने राज्यसभा के उप सभापति प्रो. पीजे कुरियन को विशेष रूप से विदाई देते हुए कहा कि हर कोई कुरियन के मुस्कराते चेहरे को याद करेगा। उनकी इस बात के लिए तारीफ की जानी चाहिए कि वे हंगामे में भी सदन चलाने का प्रयास करते रहे।
राज्यसभा वरिष्ठ सदस्यों का उच्च सदन
उन्होंने कहा कि राज्यसभा वरिष्ठ सदस्यों का उच्च सदन है और यह नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने विदाई समारोह में सदस्यों को शुभकामनाये देते हुए कई सदस्यों का नामोल्लेख भी किया। मोदी ने सदस्यों से ये भी कहा कि रिटायर होने के बाद भी उनके लिए प्रधानमंत्री कार्यालय के दरवाजे खुले हुए हैं और वे महत्वपूर्ण मुद्दों पर मुझे सुझाव दे सकते हैं और अपने विचारों से अवगत करा सकते हैं।