Nov 9, 2016
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) ने बुधवार को इसकी घोषणा की। इस नीलामी में विश्व की नंबर-1 महिला बैडमिंटन खिलाड़ी और रियो ओलम्पिक में स्वर्ण पदक अपने नाम करने वाली स्पेन की कैरोलिना मारिन, रियो ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाली भारत की पी. वी. सिंधु, कांस्य पदक जीतने वाले डेनमार्क के पुरुष खिलाड़ी विक्टर ऐक्सेलसन भी शामिल होंगे। लीग का दूसरा संस्करण पहले से वृहत रहने की संभावना है, जिसमें 16 ओलम्पिक पकदधारी खिलाड़ियों ने हिस्सा लेने की पुष्टि कर दी है। एक जनवरी से शुरू हो रहे पीबीएल के दूसरे संस्करण में छह टीमें होंगी, जिसके फाइनल मैच 14 जनवरी को होंगे। लीग के फाइनल मैच नई दिल्ली में खेले जाएंगे।
लीग के मैच देश में अलग-अलग जगहों पर स्थित अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्टेडियमों में खेले जाएंगे जिसमें हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई, मुंबई, नई दिल्ली और लखनऊ भी शामिल हैं। नीलामी के दौरान प्रत्येक फ्रेंचाइजी को खिलाड़ियों पर खर्च करने के लिए 1.93 करोड़ रुपये की सीमा तय की गई है तथा कोई फ्रेंचाइजी किसी एक खिलाड़ी पर सर्वाधिक 65 लाख रुपये खर्च कर सकता है। नीलामी में कुल सात खिलाड़ियों को आइकन बकेट में रखा गया है। इनमें पुरुष वर्ग में ऐक्सेलसन, डेनमार्क के ही जैन ओ जोर्गेनसेन तथा कोरिया के सुन वॉन हो और महिला वर्ग में मारिन, सिंधु, सायना नेहवाल और कोरिया की सुंग जी ह्यून शामिल हैं।
टीमों को पिछले सीजन में खेल चुके अपने तीन खिलाड़ियों को बनाए रखने का अधिकार होगा। वे राइट टू मैच विकल्प के जरिए अंतिम बोली की कीमत अदा कर उन्हें अपने साथ रख सकते हैं। नीलामी में विश्व स्तर के खिलाड़ियों के शामिल होने पर भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) के अध्यक्ष और पीबीएल के चेयरमैन अखिलेश दास गुप्ता ने कहा, "पीबीएल के नए संस्करण के साथ आना हमारे लिए गर्व की बात है। पिछले साल यह काफी सफल रहा था और इस बार हम वादा करते हैं कि हम इसकी उसी सफलता को न सिर्फ दोहराएंगे बल्कि इसे पहले से और बेहतर करने की कोशिश करेंगे। हम एक रोमांचक लीग के आयोजन को लेकर आश्वस्त हैं।"
दासगुप्ता ने कहा, "भारत में विश्व स्तर के खिलाड़ियों के कारण बैडमिंटन पिछले कुछ वर्षो में काफी लोकप्रिय हुआ है। वास्तव में यह इकलौता विश्व स्तर का खेल है जहां हमारे महिला और पुरुष खिलाड़ी दोनों विश्व स्तर के खिलाड़ियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा दे रहे हैं।" भारत की राष्ट्रीय टीम के कोच और पीबीएल के मुख्य सलाहकार पुलेला गोपीचंद ने कहा, "ओलम्पिक में भारतीय खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन के कारण इस खेल के साथ कई नए दर्शक जुड़े हैं इसलिए हमारी कोशिश लीग को रोमांचक बनाने की है। हम दर्शकों के लिए इस लीग के प्रारूप में नवीनता ला रहे हैं ताकि दर्शक इसे और पसंद करें।"
पीबीएल का प्रबंधन देखने वाली गुड़गांव की खेल प्रबंधन कंपनी स्पोर्ट्स लाइव के प्रबंध निदेशक अतुल पांडे ने कहा, "पीबीएल में देश की सबसे बड़ी लीग बनने की काबिलियत है। इसके लिए खेल की बढ़ती लोकप्रियता और खिलाड़ियों के बढ़ते ग्राफ को शुक्रिया कहना चाहिए। हम इसे सबसे पेशेवर लीग बनाना चाहते हैं।" 15 दिनों तक चलने वाली लीग में दिल्ली ऐसर्स, मुम्बई रॉकेट्स, चेन्नई स्मैशर्स, हैदराबाद हंटर्स, अवध वॉरियर्स और बैंगलोर ब्लास्टर्स नाम की छह टीमें हिस्सा लेंगी।