Jul 11, 2017
कांकेर : पखांजूर कोयलीबेड़ा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पंचायत मचापल्ली जो की जिला मुख्यालय से 150 की.मी की दुरी पर हैं और जिले में बैठे उच्च अधिकारियों की नजर इन नक्सल प्रभावित क्षेत्रो पर नहीं पड़ती। जिसका साफ परिणाम यहां देखने को मिल रहा हैं। मचापल्ली के प्राथमिक शाला की हैं जहां शासन के योजनाओं के अनुसार स्कूल तो हैं पर सिर्फ खाना पूर्ति के लिए बच्चों को मध्यान भोजन दिया जा रहा हैं, दिए गए चावल में साफ-साफ इल्ली और कीड़े दिखाई दे रहे हैं। जो मासूम बच्चों को परोसा जा रहा हैं। इन अंदरुनी इलाकों में बच्चों के जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा हैं। वही इस प्रकार के भोजन खाने से कोई बच्चा अगर बीमार पड़ता हैं, तो प्राथमिक इलाज की भी कोई व्यवस्था नहीं हैं। शासन के बड़े-बड़े दावे सिर्फ कागजों में दिखाई देते हैं, पर जमीनी हकीकत कुछ और ही वया कर रही हैं।