Dec 20, 2018
शेख़ आलम - धरमजयगढ़ वनमंडल के छाल वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पुरूंगा के गिनाबहरी में एक 04 से 05 वर्षीय नर हाथी की बिजली करंट से मौत हो गई है पुरुंगा गाँव के किनारे गिनाबहरी में खेती करने के उद्देश्य से अवैध तरीके से करंट तार ले जाया गया था जिसमे हांथी शावक विचरण करते हुए निचे झुके करंट प्रवाहित तार के संपर्क में आ गया और उसकी मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई।
हांथी को देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा
पूरी घटना कल बिती रात की बताई जा रही है जैसे ही इस घटना की जानकारी लोगो को हुई, हांथी को देखने वहां लोगो हुजूम उमड़ने लगा हालांकि शुरुवाती दौर में वन अमला इस मामले में गोपनीयता बरत रही थी जिसकी वजह को जानना ज्यादा कठिन नहीं है लेकिन बात कहीं न कहीं से आमा हो गई। घटना स्थल में मौजूद वन मंडलाधिकारी प्रणव मिश्रा एवं छाल वनपरिक्षेत्र अधिकारी सत्यव्रत दुबे हांथी शावक के मृत शरीर को वहीं जेसीबी के माध्यम से खड्डा खनन पश्चात कफ़न दफ़न कराया गया।
अब तक 18 हांथियों की मौत बिजली करंट से हुई
हांथी के शरीर और मुंह में लगे तार को जब्ती बनाकार खेत मालिक संजय राठिया के खिलाफ विभाग वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज आगे की कार्यवाई जारी कर दी है बताया जा रहा है आरोपी संजय राठिया फिलहाल घर से फरार है। यहां यह कहना लाजमी हो जाता है की जानकारी के मुताबिक़ 2005 से अब तक धरमजयगढ़ वनमंडल में 42 हांथियों की मौते हो चुकी है जिसमे केवल छाल वन परिक्षेत्र में ही 24 हांथियों की मौत हुई है उनमे से करीब-करीब 18 हांथियों की मौत बिजली करंट से हुई है।
विद्धुत विभाग व वन विभाग की बड़ी लापरवाही
फिलहाल हांथी के इस दर्दनाक मौत के बाद से वन विभाग दावा कर रही है की इस ओर विशेष मुहीम छेड़ी जाएगी जिसमे विद्धुत विभाग से सहयोग लिया जाएगा आपसी तालमेल से काम की जायेगी ताकि खासकर बिजली करंट से होने वाली हांथियों की मौत को रोका जा सके। अब देखना दिलचस्प होगा की सम्बंधित विभाग हांथियों के संरक्षण में क्या कुछ कर पाती है।