Aug 23, 2019
शशिकांत डिक्सेना- नगर की सड़कों में मौत ने अपना बसेरा बना लिया है। आने जाने वालों की जान लेने पर आमादा ये गड्ढे शहर की मुख्य सड़कों पर लगभग पूरे शहर में हैं। इन गड्ढों की वजह से दुर्घटनाएं भी आम हो चुकी हैं। रोजाना कोई ना कोई वाहन चालक इन गड्ढों की चपेट में आकर चोटिल होता है और अस्पताल के चक्कर लगाने पर मजबूर हो जाता है। हैरान करने वाली बात यह है कि इन सड़कों के गड्ढों का सामना सिर्फ आम जनता ही नहीं बल्कि जनप्रतिनिधि, प्रशासनिक अफसर भी करते हैं। इसके बाद भी शहर की सड़कों पर बने जानलेवा गड्ढों को पाटने या सड़क मरम्मत पर किसी का भी ध्यान नहीं है।
शिकायत के बावजूद पीडब्लूडी और नगर पालिका के अधिकारी लापरवाह
पीडब्लूडी और नगर पालिका के अधिकारियों को कई बार जानकारी दी गयी, लेकिन हर बार शिकायत दरकिनार कर दी जाती है। बेहतर यातायात और ट्रैफिक के नियमों को लेकर जनता से सकारात्मक प्रयास की उम्मीद करने वाले प्रशासन को जनता को बेहतर और सुरक्षित सड़क मुहैया कराने की पहल करनी होगी। सड़कों के निर्माण और दुरुस्ती को लेकर प्रशासनिक विभागों के दफ्तर में लाखों के फंड लैप्स हो रहे हैं, लेकिन कटघोरा की सड़कों की दशा सुधारने में इनको खर्च नहीं किया जा रहा। इसलिए कटघोरा की सड़कों पर मौजूद यह गड्ढे किसी दाग से कम नहीं हैं। जिन्हें मिटाने की कोई कोशिश नहीं की जा रही और इसका खामियाजा आम राहगीर उठा रहा है। नगर पालिका द्वारा गड्ढों में गिट्टी डालकर सड़कों को भरा जा रहा है। देखने वाली बात यह होगी कि आखिरकार रोड कब तक बनता है।