Loading...
अभी-अभी:

जशपुर के सन्ना में स्तित इकलौता ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों के अड़ियल रवैया ...

image

Jul 12, 2022

जशपुर के सन्ना में स्तित इकलौता ग्रामीण बैंक के कर्मचारियों के अड़ियल रवैया के कारण इलाके के सभी वर्ग के ग्राहक त्रस्त हो गए है। नियम कानून बता कर बेवजह ग्रामीण टपके के लोगो को बैंक प्रबंधन द्वारा परेशान किया जा रहा है। बैंक प्रबंधन की तानाशाही और नेताओं द्वारा इस समस्या पर ध्यान नही देने को लेकर ग्रामीण अब चुनाव में वोट नही देने की बात कर रहे है। ग्रामीण बैंक प्रबंधक उसे जानबुझ कर परेशान कर रही है।महिला का कहना है कि उसने नेताओं केसन्ना के डोब पंचायत से आई एक महिला ने बताई की अपने मृतक पति के बैंक खाते से पैसा निकालने के लिए वो चार साल से चक्कर लगा रही है, बैंक वाले उसे रोज नए नए नियम बता कर परेशान कर रहे है। ग्रामीण बैंक सन्ना में दिनों अपनी लचर व्यवस्था यहां की सिस्टम को लेकर सुर्खियों में है।बताया जा रहा है कि ग्रामीण बैंक सन्ना में करीब आठ दिनों से लिंक फेल का बोर्ड टांग दिया गया है और पूरा कामकाज ठप है।जिससे ग्रामीण बैंक सन्ना में आश्रित लगभग तीस हजार ग्राहक जिसमें मेहनतकश गरीब मजदूर, छोटे-बड़े किसान,  आदिवासी,ग्रामीण और व्यापारी,जनप्रतिनिधि सभी काफी परेशान हैं।सौ दो रुपये के लिए भी गरीबों को परेशान होते देखा जा रहा है।आपको बता दें कि ग्रामीण बैंक सन्ना की सिस्टम ऐसी है कि यहां ग्राहक छोटे छोटे कामों के लिए साल साल भर परेशान होते देखे जाते हैं।जिसमें सबसे अहम बात यह है कि गरीबी और अशिक्षा के कारण अधिकतर ग्राहकों के खाते में होल्ड और आधार लिंक नही होने की शिकायत है।परन्तु ग्रामीण बताते हैं कि उनके द्वारा खाते से होल्ड खुलवाने बार बार फार्म जमा करवाया जाता है।तो वहिं ग्रामीणों को आधार लिंक के लिए भी महीनों तक परेशान होते देखा जाता है। ग्रामीण बैंक सन्ना के सिस्टम को लेकर पूरे क्षेत्र में धीरे धीरे काफी आक्रोश पनपना शुरू हो गया है। बैंक प्रबंधक पर इसी तरह ग्रामीणों के द्वारा कई गम्भीर आरोप लगाते देखे जा रहे हैं।एक गरीब अबली विधवा महिला के द्वारा मतदान का विरोध करना तो किसानों का परेशान होना कहीं इसका खामियाजा सरकार को न भुगतान पड़ जाये।