Dec 12, 2016
रायपुर। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने 10वीं और 12वीं में मेरिट हासिल करने वाले प्रतिभाशाली छात्रों की प्रोत्साहन राशि को बंद करते हुए स्कॉलरशिप में बदलाव करने जा रही है। गौरतलब है कि 12वीं में 1.10 लाख तो 10वीं में टॉपर को 35 हजार और बाकी को 20-20 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि एकमुश्त दी जाती है। नए फार्मूले के तहत 2016-17 से 12वीं में टॉप-10 को स्नातक तक हर साल 15-15 हजार रुपए किस्तों में देंगे। यह भी तभी मिलेगा, जब स्नातक के हर साल 60 प्रतिशत या उससे अधिक नंबर आएं।
साल 2014 में 12वीं की चौथे नंबर पर टॉपर रायपुर की चांदनी गोधेजा के परिजनों ने बताया कि एक लाख रुपए प्रोत्साहन राशि से काफी मदद हुई। बेटी ने सीए की तैयारी करने कोचिंग कर ली। एक साथ पैसे मिलने से उनका इस्तेमाल अच्छी तरह से किया जा सकता है। रायपुर के साइंस कॉलेज से बीएससी कर रहीं 2014 में12वीं की टॉपर प्रीति तोलानी ने कहा कि एकमुश्त मिलने वाली सम्मान राशि से मनोबल बढ़ा। इस पैसे ने भविष्य बनाने में मदद की।
बताया जा रहा है कि छात्र विरोधी यह फैसला किफायत के नाम पर किया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ तो माशिमं को 12वीं में प्रत्येक छात्र पर 65 हजार रुपए की बचत होगी। दसवीं में टॉपर को 35 हजार तो मेरिट के अन्य छात्रों को 20-20 हजार रुपए दिए जाते हैं। इन्हें भी 11वीं व 12वीं की पढ़ाई के लिए दो साल 5-5 हजार रुपए की स्कॉलरशिप देने का प्रस्ताव है। अब अबूझमाड़िया, बैगा, पहाड़ी कोरवा, कमार और विहोर समुदाय के छात्रों को भी स्कॉलरशिप दी जाएगी।
राजभवन में नहीं हो पाएगा सम्मान : ये फैसला अगर हुआ तो छात्र राजभवन में होने वाले सम्मान समारोह से भी वंचित हो जाएंगे। नवंबर में मंडल ने 12वीं के टॉपर्स को 1.10 लाख रुपए, गोल्ड मेडल व प्रशस्ति पत्र दिया था। इसी तरह 10वीं में टॉपर को 35 हजार और अन्य को 20-20 हजार रुपए दिए गए थे।
प्रोत्साहन राशि के पुनर्निर्धारण को लेकर विचार किया जा रहा है। इस पर अभी चर्चा हुई है कोई निर्णय नहीं लिया गया है। -विकासशील, अध्यक्ष, माशिमं
मंत्री के अनुमोदन पर निर्णय मेधावियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि के पुनर्निर्धारण के लिए प्रस्ताव आया है। इस पर मंत्री का अनुमोदन मिलने पर ही निर्णय लिया जा सकेगा। - प्रफुल्ल शर्मा, सदस्य, माशिमं








