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बिना समय गवाए किसी भी अंग को कर देता था शून्य, डॉक्टर निकला फर्जी, ये है पूरा मामला

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Mar 27, 2023

बलौदाबाजार । कसडोल में एक ऐसे डॉक्टर का पर्दाफाश हुवा जो मरीजों के शरीर को शून्य करने में जरा सा भी समय नही लगाते थे। और अपने आपको वरिष्ठ निश्चेतना विशेषज्ञ के रूप में पेश करते हुए मोटी सैलरी में विभिन्न प्राइवेट हॉस्पिटलो में वर्षों से सेवा देते आ रहे है।जांच में शातिर श्याम कोसले के डॉक्टर की डिग्री ही शून्य निकला। इस फर्जी डाक्टर ने कितने मरीजों के शरीर के साथ खिलवाड़ किया होगा यह गम्भीर और जाँच का विषय है। 
आद्या हॉस्पिटल कसडोल के संचालक डॉ आर एस जोशी ने प्रदेश के और जिले अनेक प्राइवेट हॉस्पिटल में निश्चेतना विशेषज्ञ के रूप में सेवा देने वाले श्याम कोसले नामक व्यक्ति मोटी फीस देकर मरीजो के इलाज करने के लिए बुलाया था। इलाज के दौरान डॉ आरएस जोशी को उनके कार्यप्रणाली पर शक हुआ।और उनके बारे में जानकारी लिया तो कही पर निश्चेतना विभाग में कोर्ष नही करने की बात निकलर सामने आई। तभी डॉ आरएस जोशी ने कसडोल थाने में अपने आपको वरिष्ठ निश्चेतना विशेषज्ञ बताने वाले श्याम कोसले नामक व्यक्ति के खिलाफ फर्जी डिग्री के सहारे मरीजों का इलाज करने संबंधी रिपोर्ट दर्ज कराया गया। 

शिकायत के आधार पर कसडोल पुलिस और साइबर सेल तस्दीक़ किया तो पता चला कि शातिर आरोपी ने आरोपी श्याम कोसले द्वारा फर्जी सर्टिफिकेट में नाम पता बदलकर डॉक्टर गौरी श्याम नंदा पिता राधेश्याम नंदा निवासी पुरुषोत्तमपुर जिला जयपुर उड़ीसा के नाम से स्वयं को निश्चेतना विशेषज्ञ डॉक्टर के रूप में प्रस्तुत करने और जिला के अनेक हॉस्पिटल में सेवा देने का बात कबूल किया। आरोपी के सभी फर्जी डॉक्टर से सभी दस्तावेज को जप्त कर विवेचना मे लेते हुए  विधिवत गिरफ्तार कर ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजा गया है। 
अब सवाल यह उठ रहा है फर्जी डॉक्टर ने फर्जी डिग्री के सहारे इलाज करना, एक प्रकार से मासूम मरीजों की जान के साथ बहुत बड़ा खिलवाड़ किया है, वही मोटी सैलरी देने वाले प्राइवेट हॉस्पिटल के संचालकों ने कर्मचारी रखने से पहले क्यो पूछताछ नही करता है। वही जिला एवं प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग अधिकारी क्यो कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। हॉस्पिटल संचालक और चिकित्सा विभाग की अच्छी सेटिंग मानी जा सकती है।