Dec 14, 2022
हिंदी सिनेमा की 'ट्रेजेडी क्वीन' कही जाने वाली लोकप्रिय अभिनेत्री मीना कुमारी अपने शानदार अभिनय के लिए मशहूर थीं. मीना कुमारी की एक झलक पाने के लिए प्रशंसकों का हुजूम उमड़ जाता था। बड़े अभिनेता निर्देशक उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक रहते थे। आपको बता दें कि मीना कुमारी ने बहुत ही कम उम्र में एक्टिंग करना शुरू कर दिया था। इसके बाद वह 'साहिब बीवी और गुलाम', 'दिल अपना प्रीत पराई', 'बैजू बावरा', 'पाकीजा' और 'मेरे अपने' जैसी सुपरहिट फिल्मों में अभिनय कर दर्शकों की चहेती बन गईं।
मीना कुमारी ने जितने कम समय में प्रसिद्धि हासिल की, वह अपने जीवन में उतनी ही दुखी थीं। मीना कुमारी के निधन के बाद जानी-मानी एक्ट्रेस नरगिस ने खुशी जाहिर की है। तो आइए जानते हैं क्या है मीना कुमारी और नरगिस दत्त से जुड़ा ये दिलचस्प किस्सा?
मीना ने कमाल अमरोही से की थी सीक्रेट मैरिज
बता दें कि मीना कुमारी ने जब एक्टिंग शुरू की थी तब उनकी उम्र महज 9 साल थी। इसके बाद उन्होंने कई सुपरहिट फिल्मों में काम करना शुरू किया। इसी बीच जब मीना कुमारी 18 साल की हुईं तो उन्होंने 34 साल के कमाल अमरोही से शादी कर ली। लेकिन दोनों ने गुपचुप तरीके से शादी कर ली।
ऐसे में जब घरवालों को मीना कुमारी की गुपचुप शादी की बात पता चली तो जमकर हंगामा हुआ। इतना ही नहीं मीना कुमारी के घर से निकाले जाने के बाद वह कमाल अमरोही के साथ रहने लगीं। जैसे ही मीना कुमारी कमाल अमरोही के साथ रहने लगीं, उन पर कई बंदिशें लगा दी गईं।
कमाल की बंदिशों से परेशान थीं मीना कुमारी
रिपोर्ट के मुताबिक कमाल अमरोही नहीं चाहते थे कि मीना कुमारी किसी और के साथ काम करें और ना ही उन्होंने उन्हें फिल्मों में काम करने दिया। ऐसे में एक्ट्रेस काफी उदास रहने लगीं। धीरे-धीरे कमाल अमरोही, मीना कुमारी पर बंदिशें बढ़ाते गए। हद तो तब हो गई जब एक्ट्रेस के साढ़े छह बजे से पहले घर आने पर रोक लगा दी गई। इतना ही नहीं उनके मेकअप रूम में किसी भी गैर पुरुष को जाने की इजाजत नहीं थी।
मीना कुमारी ऐसी कई बंदिशों से परेशान थीं। धीरे-धीरे उन्होंने शराब और ड्रग्स की ओर रुख करना शुरू कर दिया। कहा जाता है कि इसी दौरान मीना कुमारी भी मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र से प्यार करने लगीं, लेकिन धर्मेंद्र ने भी उनका साथ छोड़ दिया, फिर उन्हें शराब की बुरी आदत लग गई और उनका जीवन मौत की ओर बढ़ने लगा। इस बीच, मीना कुमारी को लिवर सिरोसिस हो गया, जिसके बाद 31 मार्च, 1972 को उनकी मृत्यु हो गई।
मीना की मौत से खुश थीं नरगिस
इस दौरान नरगिस दत्त मीना कुमारी की काफी अच्छी दोस्त थीं। नरगिस दत्त मीना कुमारी के दर्द और पीड़ा से अच्छी तरह वाकिफ थीं। नरगिस मीना कुमारी को इस तरह की परेशानी में बिल्कुल भी नहीं देखना चाहती थीं और कई बार उन्हें शराब आदि पीने से रोकने की कोशिश की, लेकिन मीना कुमारी इससे बाहर आने में नाकाम रहीं।
इतना ही नहीं नरगिस दत्त ने यहाँ तक देखा था कि कमाल अमरोही मीना कुमारी को पीट रहे हैं। ऐसे में जब मीना कुमारी की अचानक मौत हो गई तो नरगिस दत्त ने कहा, ''बधाई हो मीना, दोबारा कभी नहीं आना..'' नरगिस दत्त ने कहा कि मीना को दुनिया छोड़कर ही शांति मिली। वह मीना कुमारी की मौत से खुश थीं क्योंकि वह उन्हें इस तरह तड़पते हुए नहीं देख सकती थीं।








