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कविता रैना हत्याकांड: सेशन कोर्ट ने सबूतों के अभाव में आरोपी को किया बरी

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May 19, 2018

पौने तीन साल पहले हुए कविता रैना हत्याकांड में पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये कथित आरोपी महेश बैरागी को सेशन कोर्ट ने शुक्रवार को बरी कर दिया। बताया जा रहा है कि सबूतों के अभाव में बैरागी को बरी किया गया है। यह फैसला सुनते ही कोर्ट परिसर में मौजूद कविता के परिजनों में खासा आक्रोश देखा गया। वहीं कोर्ट रूम में मौजूद महेश बैरागी की पत्नी भी ख़ुशी में रोते हुई मजिस्ट्रेट के सामने जा पहुंची और हाथ जोड़ कर धन्यवाद देती रही अब इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील की जा सकेगी।

शव के किए 6 अलग—अलग टुकडे
बैरागी पर आरोप था कि उसने कविता को मौत के घाट उतारने के बाद शव के 6 अलग-अलग टुकड़े कर दिए थे। मृतका के गायब होने के दो दिन बाद ये टुकड़े नवलखा क्षेत्र के नाले में मिले थे। इस चर्चित हत्याकांड के करीब ढाई महीने बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में था और उसकी पैरवी वरिष्ठ अधिवक्ता चम्पालाल यादव कर रहे थे।

यादव ने मीडिया से बात करते हुए बताया की आज न्याय की जीत हुई है, निर्दोष को पुलिस ने फंसाया था, पुलिस ने पूरे मामले को झूठा बनाया था मसलन एक बात तो साफ़ हो ही जाती है की यदि इतने समय बाद महेश बैरागी को न्यायालय ने बरी कर दिया तो आखिर असली मुलजिम  कौन है यह सवाल अभी जस का तस ज़िंदा ही बना है साथ ही एक बार फिर पुलिस ने झूठे आरोपी को सालो जेल की हवा खिला दी।

अधिकारियों ने दबाया मामले को
चूँकि पुलिस के बड़े अधिकारी मामले को सिर्फ मीडिया और आम जनता के सामने फीका करना चाहते थे यही वजह रही की पुलिस ने एक फ़िल्मी कहानी बनाते हुए मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति को आरोपी बना दिया, अक्सर पुलिसिया जुर्म की कहानी सामने तो आती है लेकिन इस बार जो कहानी बाजार में आई उससे पुलिस की कार्य प्रणाली शंका के घेरे में तो आ ही जाती हाई आखिर जेल की सजा के साथ साथ सामाजिक बुराई भी महेश बैरागी के परिवार ने लम्बे समय तक झेली, पुलिस के इस जुर्म के खिलाफ महेश बैरागी न्यायालीन प्रक्रिया में अब जल्द ही पुलिस के बड़े अधिकारियों को चुनौती देगा, संभवत पुलिस अधिकारियों की मुश्किल बढना तय माना जा रहा है फैसले के बाद कविता रैना के परिजन दुखी हो गए और अदालत परिसर में ही रोने लगे।