Jul 9, 2024
मध्यप्रदेश में पहले विधानसभा और फिर लोकसभा में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा था. अब इसे लेकर ही कांग्रेस में बैठक औऱ मंथन का दौर भी शुरु हो गया है. भोपाल के कांग्रेस कार्यालय में दो दिवसीय बड़ी बैठक हुई. इस बैठक में यह सामने आया है की ज्यादातर कांग्रेस के नेताओं ने लाड़ली बहना योजना को हार का बड़ा कारण बताया है. लाड़ली बहना योजना मध्यप्रदेश में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लाई गई थी. मध्यप्रदेश में हुए 2023 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. कांग्रेस शुरुवात से ही विधानसभा के चुनावों को लेकर बिलकुल कॉन्फिडेंट थी. लेकिन , जो नतीजे सामने आये वो बिलकुल अलग थे. कांग्रेस को सिर्फ 66 सीटें पर संतुष्ट होना पड़ा और बीजेपी को 163 सीटें मिली. विधानसभा के चुनावों के बाद मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी में नेतृत्व परिवर्तन भी देखा गया. कमलनाथ के इस्तीफे के बाद कांग्रेस ने जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाया. जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाने के बाद भी तस्वीर नहीं बदली और कांग्रेस को लोकसभा के चुनावों में और भी ज्यादा बुरी हार मिली. बीजेपी ने 29 की 29 सीटें जीती. कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिली.
कांग्रेस के नेताओं ने माना ‘लाड़ली बहना योजना से नुकसान हुआ’
प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में इस बात को कांग्रेस के नेताओं ने भी मानी है की लाड़ली बहना योजना की वजह से बहुत नुकसान हुआ है. इस बैठक में कांग्रेस कार्यसमिति और संगठन के नेता मौजूद थे. जानकारी के मुताबिक, बैठक में विधानसभा चुनावों में हारे हुए प्रत्याशीयों से भी वन टू वन चर्चा करी गई है. साथ ही साथ जीते हुए विधायकों से भी चर्चा हुई है. खास तौर पर इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी जितेंद्र सिंह भी शामिल थे. उन्होने ही सबसे वन टू वन चर्चा करी है और इस चर्चा का दौर देर शाम तक चलता रहा. इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी शामिल हुए थे.
बीजेपी का मास्टरस्ट्रोक था लाड़ली बहना योजना
मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री और अब केंद्र में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान विधानसभा चुनावों के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री थे और उनके ही नेतृत्व में लाड़ली बहना योजना को बीजेपी ने प्रदेश की जनता के सामने रखा था. चुनाव के बाद शिवराज सिंह चौहान के कहा था की मेरी लाड़ली बहनों ने सभी कांटे निकाल दिए है. पूरे विधानसभा के चुनाव में लाड़ली बहनों का असर रहा औऱ यही असर लोकसभा के चुनावों में भी देखा गया. यहीं बात अब प्रदेश कांग्रेस नेताओं ने भी मान ली है.