Sep 30, 2023
बता दें कि MP Vidhan Sabha चुनाव में कांग्रेस और सपा के बीच गठबंधन की संभावना नज़र आ रही है। साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरने की रणनीति भी बनाई है और वोट प्लस करने वाले अन्य दलों को साथ लाने की उनकी योजना है। देखा जाए तो मध्य प्रदेश में सपा का कोई बड़ा जनाधार नहीं है, लेकिन यादव का कई सीटों पर पहले से ही अच्छा दखल रहा है। बता दें कि साल 2003 के विधानसभा चुनाव में सपा सात सीटें जीत भी चुकी है। साथ ही पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने बिजावर सीट जीती थी, जबकि पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर रही थी। सूत्रों की मानें तो इन छह सीटों के अलावा चार अन्य सीटें सपा गठबंधन के तहत मांग रही है। राज्य में सपा व कांग्रेस गठबंधन का कहना है कि दोनों पार्टियों के साथ आने पर अखिलेश यादव समेत सभी प्रमुख नेता साझा मंच से प्रचार करेंगे तो यादव मतदाताओं को साथ लाने में मदद मिलेगी। इससे कांग्रेस को ही फायदा होगा। साथ ही आपको यह भी बता दें कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव 27 व 28 सितंबर को मध्य प्रदेश के दौरे पर रहे थे। जहाँ उन्होनें जातीय जनगणना के कांग्रेस के समर्थन को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ना बताया था।








