Jul 1, 2024
MP News: मध्यप्रदेश में पार्वती-कालीसिंध-चंबल परियोजना से करीब 4 लाख हेक्टेयर और राजस्थान में 2 लाख 80 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई होगी. आपको बता दें कि सरकार का लक्ष्य साल 2026 तक मध्य प्रदेश में 65 लाख हेक्टेयर भूमि को सिंचित करने का है.
नदी जोड़ो परियोजना को लेकर मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित कार्यक्रम में राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा शामिल हुए. इस दौरान एमपी के सीएम डॉ. मोहन यादव भी मौजूद रहे. इस दौरान दोनों मुख्यमंत्रियों ने नदियों का पवित्र जल कलश में घोला. दरअसल, इस परियोजना के तहत नदी के पानी को लेकर मध्यप्रदेश और राजस्थान के बीच एमओयू साइन हो चुका है. पार्वती-कालीसिंध-चम्बल अंतरराज्यीय नदी जोड़ परियोजना के समुचित क्रियान्वयन हेतु भोपाल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
एमपी के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भावनाओं के अनुरूप चंबल-पार्वती-कालीसिंध जल प्रवाह का उपयोग मध्य प्रदेश और राजस्थान के लिए करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है. परियोजना के क्रियान्वयन के लिए दोनों राज्यों के बीच एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये गये हैं. इस समझौते से ग्वालियर, मुरैना, राजगढ़ श्योपुर, सहित 13 अन्य जिलों में पीने के पानी और सिंचाई सुविधाएं बढ़ेंगी। पानी की एक-एक बूंद का उपयोग राजस्थान और मध्य प्रदेश में किया जाएगा, जिससे दोनों राज्यों के विकास में एक नया अध्याय लिखा जाएगा। यह 72 हजार करोड़ रुपये की योजना है. दोनों राज्यों के बीच पानी की समस्या का समाधान होने से पर्यटन क्षेत्र में भी विकास की काफी संभावनाएं हैं। विशेषकर चंबल, श्योपुर और रणथंभौर में पर्यटन की संभावना अधिक है। हमारे यहां धार्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं।
वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि परियोजना के पूरा होने से दोनों राज्यों में प्रगति होगी. राज्य और केंद्र मिलकर इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने का प्रयास करेंगे. उन्होंने कहा कि पहले की तुलना में अब स्थिति बदल गयी है. इस योजना से दोनों राज्यों को फायदा होगा और आपसी रिश्ते भी मजबूत होंगे.
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण भी राजस्थान आये थे. मध्य प्रदेश और राजस्थान के अंदर महाकाल से लेकर खाटू श्याम तक कॉरिडोर बनाने का प्रयास किया जाएगा. इससे राजस्थान-मध्यप्रदेश में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोतरी होगी। सीएम भजन लाल ने कहा कि बाघ अक्सर रणथंभौर से मध्य प्रदेश आते हैं और इसी तरह तेंदुए मध्य प्रदेश से राजस्थान पहुंचते हैं, इसलिए वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन के लिए एक योजना बनाई जाएगी.