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भोपाल ने इंदौर को पीछे छोड़ा; सबसे ज्यादा 453 मामले, इंदौर में 357 और उज्जैन में 213 ही केस

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Aug 10, 2021

मध्यप्रदेश में बीते 3 साल से साइबर अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। प्रदेश के 3 संभागों इंदौर, भोपाल और उज्जैन में ही 1 हजार से ज्यादा अपराध दर्ज किए जा चुके हैं। हैरानी की बात है कि इस मामले में भोपाल ने इंदौर को भी पीछे छोड़ दिया है। 1 अप्रैल 2018 से 9 अगस्त 2021 तक भोपाल में साइबर अपराध की 453 FIR दर्ज हुईं, जबकि इंदौर में इस दौरान भोपाल से करीब 100 मामले कम 357 आए। उज्जैन में भी 213 मामले दर्ज किए गए। यह जानकारी विधानसभा में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दी है।

ऑनलाइन ट्रांजैक्शन धोखाधड़ी भोपाल में ज्यादा

साइबर अपराधों में भोपाल में सबसे ज्यादा ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के धोखाधड़ी के मामले बढ़े हैं। यही कारण है कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में साइबर अपराध का ग्राफ ज्यादा हो गया है। 1 अप्रैल 2018 से लेकर 9 अगस्त 2021 तक भोपाल में ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के माध्यम से धोखाधड़ी के 290 अपराध दर्ज किए गए, जबकि इंदौर और उज्जैन को मिलाकर यह आंकड़ा 447 तक ही पहुंच पाता है।
इस कारण से बढ़ रहे अपराध

मध्यप्रदेश में ऑनलाइन घोखाधड़ी बड़ी

मध्यप्रदेश में ऑनलाइन धोखाधड़ी बढ़ने का सबसे बड़ा कारण झारखंड के जामताड़ा जैसे इलाकों में इस तरह के कई गिरोहों का सक्रिय होना है। बीते दिनों बालाघाट पुलिस ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और अन्य राज्यों की पुलिस के साथ मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की थी। इस गिरोह से जुड़े कुछ सदस्यों को पकड़ा था। उसके बाद इस अपराध से जुड़े करीब 600 अपराधी पुलिस की निगरानी में है। जिस पर आईटी और ईडी भी नजर रखे हुए है।

धोखाधड़ी की सूचना तत्काल साइबर सेल को दें

ऑनलाइन किसी भी तरह की धोखाधड़ी होने या सोशल मीडिया पर किसी तरह की ब्लैक मेलिंग संबंधी अपराध होने पर तत्काल इसकी सूचना साइबर सेल को दें। आर्थिक अपराध के मामले में साइबर सेल बैंक को इस संबंध में निर्देशित कर ट्रांजैक्शन रुकवा देता है, जिससे पैसे जाने से बच जाते हैं। इसी तरह सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट या आपके नाम से किसी अन्य से रुपए मांगने जैसी घटना होने पर साइबर सेल या पुलिस को तत्काल सूचना देने से आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सकता।