Dec 19, 2022
सोमवार को मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में नवनिर्वाचित महापौरों, नगरीय निकायों के अध्यक्षों, अध्यक्षों, उपाध्यक्षों एवं नगर पालिकाओं एवं नगर पालिकाओं के सभी पार्षदों के लिए कार्यशाला-सह-सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसे संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महापौर और अध्यक्ष से ज्यादा जिम्मेदारी पार्षदों की होती है। आपके कारण ही मुख्यमंत्री-मंत्री अच्छा काम कर पाएंगे। इसलिए हमेशा धैर्य और उत्साह से भरे रहें।
सीएम ने कहा कि अगर लोगों को साफ-सफाई, बिजली, पानी आदि से जुड़ी कोई समस्या है तो लोग सबसे पहले पार्षद से संपर्क करते हैं। आप सदैव उत्साह से जनता की सेवा करें। सीएम ने कहा कि अगर मन भूखा है तो शरीर से निकलने वाले रसायन आपको दिन-रात काम करने की ताकत देते हैं। सफल होने के यही गुण हैं। आज हम आपको इसके नियम और प्रक्रिया बता रहे हैं। जनता को खुश करने के लिए आप बहुत कुछ कर सकते हैं। अगर आप इसे सही कर लेते हैं, तो आप लोगों के दिलों पर राज करेंगे।
मुख्यमंत्री ने जनप्रतिनिधियों को मंत्र देते हुए कहा कि पैरों में चक्कर, मुंह में शक्कर, छाती और माथे पर बर्फ जनप्रतिनिधियों के लिए मंत्र है। यानी सुबह लोगों से मिलना। अगर आपके मुंह में चीनी है तो फालतू की बातें न करें। छाती में सामने का अर्थ है काम करने की इच्छा और माथे पर बर्फ रखने का अर्थ है दिमाग को ठंडा रखना। हमेशा विनम्र रहें। अगर हम अहंकारी हो जाते हैं, तो हम लोगों की नजरों से गिरने लगते हैं। लोग सब कुछ बारीकी से देख रहे हैं। यह पहली बात है।
दूसरी बात यह कि किसी भी कागज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर न करें। नियम, प्रक्रिया पढ़ें, सारी जानकारी प्राप्त करें और फिर हस्ताक्षर करें। मैं यह मूल मंत्र दे रहा हूं। पूरे दिन और सप्ताह के लिए अपना टाइम टेबल बनाएं। लोगों को तय समय सीमा में सुविधाएं मिलनी चाहिए।
सीएम ने कहा कि अगर कोई बिल्डर नई अवैध कॉलोनी काटता है तो उसे जेल भेजो, लेकिन पुरानी को वैध करो जहां लोग झुग्गी में रहते हैं। सरल नियम और प्रक्रियाएं उन्हें वैध बनाने का काम करेंगी। सीएम ने कहा कि पहले 30 दिन के अंदर निर्माण की अनुमति मिल जाती थी। अब 15 दिनों में मिलते हैं।
सीएम ने कहा कि हमने कानून बनाया है। लोक सेवा वितरण गारंटी अधिनियम। सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद निर्धारित समय में अनुमति नहीं देने वाले अधिकारी पर प्रतिदिन जुर्माना लगाया जाएगा। जो उसे मुआवजे के रूप में मिलेगा, जिसके काम में देरी हो रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम निर्णय ले रहे हैं कि 31 दिसंबर 2020 तक जिन शहरों में गरीब रहते हैं। उसका पट्टा उसे दिया जाएगा। हम गांव में भी ऐसा ही करेंगे।
मुख्यमंत्री ने सोन चिरैया मेला एवं विभागीय प्रदर्शनी का शुभारंभ किया तथा स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले एवं राजस्व संग्रहण में उल्लेखनीय कार्य करने वाली संस्थाओं को पुरस्कृत किया। प्रशिक्षण में मुख्यमंत्री अधोसंरचना, मुख्यमंत्री पेयजल, अमृत 2।0, दीनदयाल अंत्योदय राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन सहित अन्य योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही ई-नगर पालिका, स्व-प्रबंधित बिल्डिंग परमिट सिस्टम, जीआईएस, लेखा प्रणाली, अनधिकृत बस्तियों के नियमितीकरण और बसने वालों के लिए राज्य स्तरीय लाइसेंस प्रणाली जैसे प्रमुख नवाचारों पर भी चर्चा की। इसके साथ ही स्वच्छ भारत और अन्य मिशनों की चुनौतियों, पर्यावरण प्रदूषण और तेजी से हो रहे शहरीकरण पर भी चर्चा की गई।
कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह, विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक कृष्णा गौर, महापौर मालती राय सहित अन्य नेता व अधिकारी उपस्थित थे।