Loading...
अभी-अभी:

मध्य प्रदेश: विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए

image

Dec 19, 2022

मध्य प्रदेश विधानसभा: विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नेता प्रतिपक्ष डा। गोविंद सिंह व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिवंगत नेताओं (फूलचंद वर्मा, मनोज सिंह मांडवी, भागवत प्रसाद गुरु, मुलायम सिंह यादव, आर। मुथैया, मणिकराव होदल्या गावित, वेंकट) को श्रद्धांजलि दी। विधानसभा की कार्यवाही मंगलवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के लिए की गई व्यवस्थाओं के लिए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने सदन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 13 दिनों तक मध्य प्रदेश में रुकी और इस अवधि के दौरान की गई कानून व्यवस्था और अन्य व्यवस्थाओं के लिए हम उनका धन्यवाद करते हैं।

सदस्यों ने पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र के लिए 1,632 प्रश्न पूछे। इसके अलावा, 16 गैर-सरकारी संकल्प, 211 ध्यानाकर्षण नोटिस और पांच स्थगित प्रस्ताव पारित किए गए हैं। ऑनलाइन प्रश्न पूछने की सुविधा के बावजूद आधे से अधिक प्रश्न सदस्यों द्वारा स्वयं प्रस्तुत किए जाते हैं या डाक द्वारा भेजे जाते हैं। 713 सवाल ऑनलाइन पूछे गए हैं। सत्र में सरकार शेष वित्तीय वर्ष के लिए दूसरा पूरक बजट पेश करेगी। जिसमें विभागों को अधोसंरचना विकास के साथ-साथ रोजगार, स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए अतिरिक्त धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी।

सदन की कार्यवाही के बाद विधानसभा के मुख्य सचिव एपी सिंह द्वारा लिखित विधान मंडल विधि एवं प्रक्रिया पुस्तक का विमोचन किया जाएगा। जिसमें विधानसभा के कामकाज से जुड़े विषयों को शामिल किया गया है। साथ ही किस संदर्भ में किस नियम का प्रयोग किया जाता है, इसके उदाहरण भी दिए गए हैं। इस वजह से जब भी सदन में नियमों और प्रक्रियाओं को लेकर कोई विवाद खड़ा होता है तो किताब पर भरोसा किया जा सकता है।

सदन में हंगामा न हो, दोनों पार्टियों के नेताओं की बात सब सुनें: गिरीश गौतम

सोमवार से शुरू हो रहे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जनहित के मुद्दों पर चर्चा के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष को एक दूसरे की बात सुननी चाहिए। जब सदन का नेता बोलता है तो विपक्ष उसकी बात सुनता है और जब विपक्ष का नेता बोलता है तो सत्ता पक्ष उसकी सुनता है। हंगामा किसी समस्या का समाधान नहीं है, इसलिए इससे बचना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में यह बात कही।

उन्होंने कहा कि सदन चर्चा का सबसे अच्छा माध्यम है। विधायक सवाल पूछते हैं और उन्हें बहस का मौका मिलना चाहिए। पार्टी और विपक्ष के नेताओं ने आश्वासन दिया कि वे सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करेंगे। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री डॉ। नरोत्तम मिश्रा, सहकारिता मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, नेता प्रतिपक्ष डॉ। गोविंद सिंह, सज्जन सिंह वर्मा व नर्मदा प्रसाद प्रजापति, विधानसभा के मुख्य सचिव एपी सिंह समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे।