Dec 19, 2022
देश में इन दिनों अचानक हार्ट अटैक से मौत के कई मामले सामने आए हैं, कभी पार्टी में डांस करते हुए, कभी खेलते वक्त, तो कभी जिम करते वक्त अचानक हार्ट अटैक आ जाता है और व्यक्ति की मौत हो जाती है। हर उम्र के लोग इस स्थिति से गुजर रहे हैं। अब इस बारे में डॉक्टरों ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। डॉक्टरों के मुताबिक अचानक कार्डियक अरेस्ट का संबंध कोरोना से हो सकता है।
एम्स के कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव ने कहा, इसे लॉन्ग कोविड से जोड़ा जा सकता है। वर्तमान में अचानक हृदय मृत्यु की घटनाओं में वृद्धि पर कोई विशेष डेटा उपलब्ध नहीं है, लेकिन भविष्य की घटनाओं को देखते हुए, यह कोरोना महामारी से संबंधित हो सकता है।
IHJ 2020 में उल्लेख किया गया
रिपोर्ट के मुताबिक प्रोफेसर डॉ. राकेश यादव और उनके सहयोगियों ने 2020 में इंडियन हार्ट जर्नल (आईएचजे) में एक संपादकीय प्रकाशित किया था जिसमें कोरोना के कारण अचानक दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतों का उल्लेख किया गया था। इस रिपोर्ट में उन्होंने उन कारकों का जिक्र किया है जिनकी वजह से कोविड इंसान की जान ले सकता है। इनमें अनियमित दिल की धड़कन और कमजोर हृदय की मांसपेशियां शामिल हैं।
लक्षणों को नजरअंदाज न करें
एम्स के प्रोफेसर ने कहा कि कोरोनोवायरस संक्रमण के इतिहास और समय के साथ दिल से संबंधित समस्याओं के बढ़ते जोखिम के बीच संबंध का समर्थन करने वाले बढ़ते सबूत हैं। मेरा सीधा सा सुझाव है कि लोगों को अपनी उम्र या फिटनेस की परवाह किए बिना दिल से संबंधित लक्षणों को नजरअंदाज करना चाहिए। हार्ट अटैक के खतरे को कम करने के लिए नियमित स्वास्थ्य जांच बहुत जरूरी है।
ऐसे मामलों में पोस्टमार्टम जरूरी
एम्स में फॉरेंसिक मेडिसिन एंड टॉक्सिकोलॉजी के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ। सुधीर गुप्ता के अनुसार हृदय रोग या अन्य जोखिम कारकों के कारण अचानक मरने वाले युवाओं का पोस्टमार्टम किया जाना चाहिए और इससे कारण जानने में मदद मिलेगी। यदि मृत्यु किसी अज्ञात हृदय रोग के कारण हुई है, तो परिवार को बीमारी का पता लगाने के लिए स्क्रीनिंग कराने के लिए कहा जा सकता है। इससे अक्सर बीमारी का पता चल सकता है।