Jul 10, 2022
देर रात हुई तूफानी हवा बारिश की कहर से रहली जनपद के ग्राम पंचायत किशनगढ़ के किसानों के लिए आफत की बारिश साबित हुई। ग्राम में करीब रात 1 बजे गरज चमक के साथ तूफानी बारिश शुरू होने के पर बारिश का ऐसा भयाभय मंजर सामने आया की पहाड़ के नीचे बसी बसाहट के लोगों की नींद और खेतों से सोयाबीन उड़ा ले गयी। पहाड़ो की और से तेज रफ्तार में बहकर आये बारिश के पानी से किसान,बच्चे से लेकर जानवरो को अपनी जान बचाना भी बड़ी बात साबित हो रही था। सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक और मंन्त्री गोपाल भार्गव ने बाढ़ पीड़ितों का सर्वे के मुआवजा देने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।चश्मदीद किसानो ने बताया कि करीब रात एक बजे से तूफान तेज बादल फटने जैसी आवाज के साथ तेज बारिश शुरू हुई देखते ही देखते पहाड़ से नाले की शक्ल में पानी और मलबा जलजला बनके गांव में तबाही मचाने लगा, पहाड़ से पानी के साथ साथ मलबा ओर बड़े बड़े पत्थर भी आने लगे, कच्चे कबेलू वाले मकानों को तो ध्वस्त ही कर दिया, कहर बनकर आई बारिश से ग्राम के आधा दर्जन मकान,3 कुएँ पूर्ण रूप से धराशायी हो गए, यह कहर किशनगढ़ में ही नहीं बल्कि ग्राम पंचायत से लगे काछी पिपरिया ग्राम में भी दिखाई दिया जहां2 मकानों को भी काफी नुकसान पहुंचा है, रात्रि में जैसे तैसे जान माल को बचाते हुए ग्राम बासियों ने रतजगा करते हुए सुबह होने का इंतजार किया सुबह होते हुए जैसे ही लोग खेतों की तरफ देखा तो कई एकड़ उपजाऊ भूमि मलबे में तब्दील दिखाई दी, इन खेतों में कुछ दिनों पहले ही फसलों की बोबनी की गई थी जिसमे अंकुरण भी हो गया था और फसल दिखाई देने लगी थी, कहर बनकर आई आफत की बारिश में अनेक किसानों की खेती मलबे में बदल गई है, गांव के बुजुर्ग बताते हैं कि ऐसा मंजर उन्होंने पहले नही देखा थोड़ी देर की बारिश से इतना नुकसान हो गया।








