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अब इस नाम से जाना जाएगा भोपाल का इस्लामनगर, 308 साल बाद फिर से मिली पहचान

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Feb 3, 2023

भोपाल: देश के राज्यों में कई बदलाव हो रहे हैं। कई शहरों, गांवों और सड़कों का नाम बदल दिया गया है। इसी तरह मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ग्राम पंचायत इस्लामनगर का नाम अब जगदीशपुर के नाम से जाना जाएगा। इतिहास में इस गांव का पुराना नाम जगदीशपुर था। 17 वीं शताब्दी में, जगदीशपुर पर औरंगजेब की सेना के भगोड़े दोस्त मोहम्मद खान ने हमला किया और इसका नाम बदलकर इस्लामनगर कर दिया। अब 308 साल बाद भोपाल की ग्राम पंचायत को बदलकर जगदीशपुर करने का निर्णय लिया गया है।

हुजूर विधायक ने प्रज्ञा ठाकुर से मांग उठाई

भोपाल शहर से 14 किमी दूर स्थित इस ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। इस गांव का नाम बदलकर जगदीशपुर करने की मांग पिछले तीन दशक से चल रही थी। यहां की पंचायत ने 17 साल पहले इसका नाम बदलकर जगदीशपुर करने पर आपत्ति जताते हुए सरकार को पत्र लिखा था। यह मुद्दा पिछले साल भी गरमाया था। हजूर विधायक से लेकर भाजपा सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने इस मांग को दोहराया।

तीन दशक पुरानी मांग पूरी हुई

नाम बदलने की तीन दशक से चली आ रही मांग अब खत्म हो गई है और केंद्र सरकार की हरी झंडी के साथ राज्य सरकार ने बुधवार को अधिसूचना भी जारी कर दी। अब भोपाल में इस्लामनगर का नाम बदलकर जगदीशपुर कर दिया गया है। अब फंडा जिले में स्थित ग्राम पंचायत इस्लाम नगर अपने पुराने नाम जगदीशपुर से जानी जाएगी।

समारोह में शामिल होंगी प्रज्ञा ठाकुर  

नाम बदलने की अधिसूचना जारी होने के बाद बड़े आयोजन की तैयारी चल रही है। इसमें बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, हुजूर विधायक समेत पुरातत्व विभाग के कई अधिकारी भी शामिल होंगे।

फिल्मों की शूटिंग होती है यहां

भोपाल से सटे जगदीशपुर में कई ऐसे प्राचीन धरोहर हैं जो अपने आप में एक इतिहास समेटे हुए हैं। यह एक प्रसिद्ध ऐतिहासिक किले का घर है, जो एक शानदार रक्षात्मक दीवार से घिरा हुआ है, जो वास्तुकला का एक बेहतरीन उदाहरण है, जिसे देखने के लिए दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। जगदीशपुर की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो 10वीं-11वीं शताब्दी के दौरान क्षेत्र में परमार वंश के कई ऐतिहासिक तथ्य मिलते हैं, साथ ही गोंड साम्राज्य के अवशेष किले और रानी महलों के रूप में मिलते हैं। यहां गोंड साम्राज्य स्थित था आज भी यहां कई आकर्षण हैं। यहां की ऐतिहासिक विरासत के चलते आज भी यहां कई वेब सीरीज और फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है, जिनमें पूर्व में आई फिल्म माई दुर्गा माटी भी शामिल है।

हालांकि इस्लाम नगर का नाम बदलने की प्रक्रिया लगभग 30 वर्षों से चल रही थी, क्योंकि यहां रहने वाले ग्रामीण पहले से ही नाम बदलने की वकालत कर रहे थे, मध्य प्रदेश में चल रही नाम परिवर्तन की राजनीति ने इस जगह को जन्म दिया है। अब देखना यह होगा कि विपक्ष और अन्य राजनीतिक दल इस नामकरण को किस तरह राजनीतिक रंग देते हैं।

जगदीशपुर का इतिहास क्या है?

जगदीशपुर के इतिहास की बात करें तो करीब 300 साल पहले इस जगह को जगदीशपुर के नाम से जाना जाता था। इतिहासकारों के अनुसार यहां की खुदाई से परमार वंश के कई ऐतिहासिक तथ्य प्राप्त हुए हैं। बाद में नवाबी काल में इस स्थान का नाम जगदीशपुर से बदलकर इस्लामनगर कर दिया गया जिसकी कहानियाँ दोस्त मोहम्मद खान की घटनाओं से जुड़ी हुई हैं।

इतिहासकारों के अनुसार मोहम्मद खाँ का क्रोधित मित्र मंगल गढ़ से लूटपाट करके लौट रहा था, अतः उसने 1715 ई। में जगदीशपुर पर आक्रमण कर दिया, परन्तु असफल होने पर उसने तत्कालीन राजपूत शासक देवड़ा चौहान को रात्रि भोज पर आमंत्रित कर उसकी हत्या करने का षड्यन्त्र रचा। वो सफल हो गया। इसके बाद जगदीशपुर पर दोस्त मोहम्मद ने कब्जा कर लिया और जगह का नाम बदलकर इस्लामनगर कर दिया गया, तब से यह शहर इस्लामनगर के नाम से जाना जाने लगा, जिसका इतिहास आज फिर से बदल गया और जगदीशपुर अपने ऐतिहासिक नाम पर लौट आया।