Jul 19, 2025
टीकमगढ़ में गायों की दर्दनाक मौत: शासकीय भवन में भूख-प्यास से तड़पकर तोड़ा दम
मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। बल्देवगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत इमलाना में एक शासकीय भवन में 60-70 गौवंश को दो महीने से बंधक बनाकर रखा गया था। इन बेजुबान जानवरों को भोजन और पानी न मिलने के कारण भूख और प्यास से तड़प-तड़पकर दम तोड़ना पड़ा। मौके से 12 से ज्यादा गायों के कंकाल बरामद हुए हैं, जिसने स्थानीय प्रशासन और पशु कल्याण व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस घटना ने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है।
शासकीय भवन में बंधक गौवंश
ग्राम पंचायत इमलाना के शासकीय भवन में इन गायों को लगभग दो महीने तक बंद रखा गया था। जानकारी के मुताबिक, इन जानवरों की कोई देखभाल नहीं की गई। न तो इन्हें चारा दिया गया और न ही पानी। परिणामस्वरूप, भूख और प्यास के कारण एक-एक कर गायों की मौत होती रही। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस भवन में पहले भी गायों को रखा जाता था, लेकिन इतनी बड़ी संख्या में गौवंश को इस तरह बंधक बनाकर छोड़ना अमानवीय है।
बजरंग दल और पुलिस का हस्तक्षेप
इस अमानवीय घटना की जानकारी खरगापुर बजरंग दल प्रखंड के कार्यकर्ताओं को मिली। उन्होंने तत्काल मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया और पुलिस को सूचित किया। बल्देवगढ़ पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों का पंचनामा किया और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस बात की तहकीकात कर रही है कि इन गायों को किसने और क्यों इस भवन में बंद किया। साथ ही, जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है।
प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पशु कल्याण विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगा दिए हैं। आखिर इतनी बड़ी संख्या में गायों को बंधक बनाकर उनकी उपेक्षा कैसे की गई? ग्रामीणों का कहना है कि यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान दिया होता, तो इन बेजुबान जानवरों की जान बचाई जा सकती थी। इस मामले में कठोर कार्रवाई और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग उठ रही है।