May 28, 2023
रोज़ाना यूपीआई से हो रहा अरबों का ट्रांजैक्शन, डिजिटल लेन-देन में भारत सबसे आगे
पिछले कुछ सालों से भारत में डिजिटल ट्रांजैक्शन काफी तेजी से बढ़ रहा है। यूपीआई भुगतान सुविधा शुरू होने से हर कोई आसानी से लेन-देन कर सकता है।
यूपीआई के माध्यम से भुगतान लेनदेन बढ़ रहा है। और इसने डिजिटल लेन-देन के मामले में भारत को ग्लोबल लीडर बना दिया है। मौजूदा समय में रोजाना करोड़ों का लेन-देन हो रहा है। आने वाले समय में यूपीआई पेमेंट्स का इस्तेमाल बढ़ने की संभावना है।
यह रिपोर्ट इस निष्कर्ष पर पहुंची है
पीडब्ल्यूसी इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त वर्ष 2026-27 तक प्रतिदिन एक अरब रुपये के लेन-देन डेबिट यूपीआई भुगतान के जरिये होने का अनुमान है। यानी आज का लेवल 90 फीसदी तक बढ़ सकता है। पीडब्ल्यूसी इंडिया ने इस रिपोर्ट के बारे में अपनी रिपोर्ट द इंडियन पेमेंट हैंडबुक 2022-27 जारी की है।
वर्तमान में यूपीआई के माध्यम से निम्नानुसार भुगतान किया जाता है
पीडब्लू इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूपीआई, एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस जिसने डिजिटल लेनदेन में क्रांति ला दी है, की वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान खुदरा लेनदेन में 75 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले 3 साल में इस डिजिटल पेमेंट यूपीआई की भागीदारी बढ़कर 90 फीसदी हो गई।
पिछले साल इतने लेनदेन हुए
रिपोर्ट का दावा है कि अकेले इस विचार ने भारतीय डिजिटल भुगतान बाजार को 50 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान यूपीआई के जरिए 103 अरब का लेनदेन किया गया। जो वित्त वर्ष 2026-27 तक बढ़कर 411 अरब हो जाएगी। अगर इस तरह से देखें तो इसका मतलब है कि यूपीआई के जरिए रोजाना एक अरब से ज्यादा ट्रांजैक्शन होंगे।