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कोरोना की तीसरी लहर का कहर, दो महीने में दिख सकता है डेल्टा वैरिएंट का असर

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Jun 17, 2021

महाराष्ट्र में 1-2 महीने में कोरोना की तीसरी लहर आने का अंदेशा जताया जा रहा है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने चेताया है कि अगर नियमों का पालन नहीं हुआ तो तीसरी लहर की संभावना बढ़ जाएगी, क्यंकि कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट इसे और भी भायवह बना सकता है। इस पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कोरोना की दूसरी लहर के ढलते पड़ाव के साथ ही नए वेरिएंट डेल्टा प्लस के खतरे को भांपते हुए राज्य के स्वास्थ्य विभाग को सतर्क करते हुआ कहा कि हमें इसकी तैयारी रखनी चाहिए।

बड़े पैमाने पर सीरो सर्वे करवाने का निर्देश दिया

CM उद्धव ठाकरे ने डॉक्टर्स से बड़े स्तर पर सीरो सर्व कराने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इससे लोगों में कोविड एंटीबॉडीज का स्तर और टीकाकरण की जानकारी मिल सकेगी। CM ने पिछली लहरों से सीख लेने की बात पर जोर दिया।

दूसरी की तुलना में तीसरी लहर ज्यादा खतरनाक

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि दूसरी लहर की तुलना में तीसरी लहर में मरीजों की संख्या और ज्यादा हो सकती है। राज्य में महामारी की दूसरी लहर में 21 अप्रैल को सबसे ज्यादा 6.95 लाख एक्टिव पेशेंट थे। तीसरी लहर में यह आंकड़ा आठ लाख के पार जा सकता है। इनमें 10% बच्चे हो सकते हैं।

क्या है डेल्टा प्लस वेरिएंट?

देश में कोरोना की दूसरी लहर के लिए कोरोना के डेल्टा वैरिएंट को जिम्मेदार माना जाता हे। यह पहली बार भारत में ही पाया गया। अब इसी वैरिएंट का बदला रूप डेल्टा प्लस है। इसे और भी अधिक खतरनाक माना जा रहा है।

कैसे बना डेल्टा प्लस वेरिएंट?

डेल्टा प्लस वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट यानी कि बी.1.617.2 स्ट्रेन के म्यूटेशन से बना है। म्यूटेशन का नाम K417N है और कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन में यानी पुराने वाले वेरिएंट में थोड़े बदलाव हो गए हैं। इस कारण नया वेरिएंट सामने आ गया। स्पाइक प्रोटीन, वायरस का वह हिस्सा होता है जिसकी मदद से वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है और हमें संक्रमित करता है।

K417N म्यूटेशन के कारण ही कोरोना वायरस हमारे प्रतिरक्षा तंत्र (इम्यून सिस्टम) को चकमा देने में कामयाब होता है। नीति आयोग ने 14 जून को कहा था कि डेल्टा प्लस वेरिएंट इस साल मार्च से ही हमारे बीच मौजूद है। हालांकि, ऐसा कहते हुए नीति आयोग ने बताया कि ये अभी चिंता का कारण नहीं है।