May 12, 2023
पायलट अजमेर जिले के किशनगढ़ में अपनी जन संघर्ष यात्रा के दूसरे दिन में प्रवेश कर चुके है। अब सचिन पायलट भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खुलकर बोलने लगे है। विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को चुनौती देते हुए सचिन पायलट की ये यात्रा देखी जा रही है। उनकी यात्रा के दौरान किशनगढ़ में बड़ी संख्या में समर्थकों ने उनका स्वागत किया और उन पर फूल बरसाए।
इस पांच दिवसीय यात्रा में कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व पर दबाव तो डलेगा ही साथ ही साथ जनता के सामने भी कांग्रेस की ये गुटबाज़ी पार्टी की छवि ख़राब कर रही है। सचिन पायलट के मुताबिक उनकी यात्रा भ्रष्टाचार के अलावा, सरकारी भर्ती परीक्षाओं में पेपर लीक के मामलों पर केंद्रित है। इस बीच शुक्रवार को दिल्ली में कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा की एक बैठक में इस मुद्दे को लेकर चर्चा भी की गई है। सचिन पायलट ने यह पदयात्रा की घोषणा अशोक गहलोत के उस बयान के बाद की है जब उन्होंने कहा था की जब सचिन पायलट के नेतृत्व में विधायकों ने उनकी सरकार गिराने की कोशिश करी थी तब राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री सिंधिया ने सरकार बचाने में उनकी मदद की थी , हालांकि ,वसुंधरा राजे सिंधिया ने इस बात को सिरे से खारीच कर दिया हैं।
2020 में सचिन के विद्रोह के बाद से उन्हें पार्टी के प्रदेश मुखिया के पद के साथ साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के पद से भी पार्टी ने हटा दिया था और इस पुरे घटनाक्रम के बाद से ही राजस्थान में कांग्रेस का राष्ट्रीय नेतृत्व सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच का विवाद सुलझाने में सफल नहीं हो पाया है और अब तो चुनाव भी नज़दीक है , पर अब लगता है की सचिन का सब्र टूट चूका है और वो अब सीधे जनता से ही संवाद करने निकल पड़े है क्युकी शायद पार्टी से उनका संवाद हो ही नहीं पा रहा है।








