Apr 9, 2023
कपिल सिब्बल ने कहा - अडानी पर शरद पवार और राहुल की अलग-अलग राय विपक्ष मे फूट का उदाहरण नहीं है।
कपिल सिब्बल ने कहा कि राहुल गांधी और शरद पवार दोनों को अडानी पर अलग-अलग व्यक्तिगत विचार रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने रविवार को कहा कि शरद पवार और राहुल गांधी का अडानी पर अलग-अलग विचार रखना विपक्ष में फूट का उदाहरण नहीं है। दोनों को अपने विचार रखने की अनुमति है। कपिल सिब्बल ने एक साक्षात्कार में कहा, "आपको अलग-अलग दलों को अलग-अलग विचार रखने की अनुमति देनी चाहिए। हमें राहुल गांधी को एक व्यक्ति पर विचार रखने की अनुमति देनी चाहिए और शरद पवार को भी अपना दृष्टिकोण रखना चाहिए। इसका यह मतलब नही है की विपक्ष मे एकता नही है। एक तरफ राहुल गांधी ने इस वक्त अडानी पर जंग छेड़ रखी है और वही उनके गंठबंधन वाली एनसीपी के प्रमुख शरद पवार ने उनके इस विचार से पूरी तरह से दुरी बना ली है । अब इस मामले पर आगे कपिल सिब्बल ने कहा है की "अगर राहुल गांधी का भारत में क्रोनी कैपिटलिज्म के संदर्भ में कोई दृष्टिकोण है, तो मुझे लगता है कि शरद पवार जी क्रोनी कैपिटलिज्म से संबंधित एक मंच के खिलाफ नहीं होंगे , इसलिए हमें इन व्यापक प्लेटफार्मों की आवश्यकता है।" जिसके आधार पर हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि विपक्ष एकजुट है।" राजनीतिक दलों में मतभेद हो सकते हैं लेकिन व्यापक दृष्टिकोण से आम सहमति की संभावना बहुत अधिक है। पिछले साल कांग्रेस छोड़ने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा, ''यदि आप मुद्दों को छोटा करते हैं तो राजनीतिक दलों के बीच मतभेद होंगे।