Dec 19, 2022
कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है
चीन में कोरोना संक्रमण के चलते कोहराम मचा हुआ है। चीन के एक शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारी का मानना है कि देश कोविड संक्रमण की तीन संभावित लहरों में से पहली लहर का सामना कर रहा है। चीन ने इस महीने की शुरुआत में जब से कोविड नीति के तहत लॉकडाउन और क्वारंटीन की पाबंदियां हटाई हैं, तब से कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है।
हालांकि, वर्तमान आधिकारिक आंकड़े, नए दैनिक मामलों की कम संख्या दिखाते हैं। चीन में रविवार (18 दिसंबर) को कोरोना संक्रमण के सिर्फ 2097 नए मामले सामने आए। महामारी विज्ञानी वू ज़ुन्याओ ने कहा है कि उनका मानना है कि संक्रमण में मौजूदा उछाल जनवरी के मध्य तक रहेगा, जबकि दूसरी लहर के जनवरी के अंत तक बढ़ने की संभावना है।
चीन में आम लोग नए साल के जश्न के साथ-साथ परिवार के साथ छुट्टियों का लुत्फ उठाते हैं। वू ने कहा कि मामलों में तीसरा उछाल फरवरी के अंत से मार्च के मध्य तक चलेगा क्योंकि लोग छुट्टियों के बाद काम पर लौटेंगे। उन्होंने शनिवार को एक कांफ्रेंस में कहा कि टीकाकरण में मौजूदा वृद्धि के कारण कोरोना के गंभीर मामलों की संख्या में कमी आई है।
चीन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 90% से ज्यादा आबादी का पूरी तरह से टीकाकरण हो चुका है। हालांकि, 80 और उससे अधिक उम्र के आधे से कम लोगों को टीके की तीन खुराकें मिली हैं। बुजुर्ग लोगों में कोविड के गंभीर लक्षण देखे जा रहे हैं। चीन ने खुद का कोरोना वैक्सीन विकसित और तैयार किया है। ये दुनिया के बाकी हिस्सों में इस्तेमाल होने वाले mRNA टीकों की तुलना में लोगों को गंभीर COVID बीमारी और मृत्यु से बचाने में कम प्रभावी साबित हुए हैं।
डॉ. वू की टिप्पणी इस सप्ताह की शुरुआत में एक प्रतिष्ठित अमेरिकी शोध संस्थान की एक रिपोर्ट के बाद आई है जिसमें कहा गया है कि चीन का मानना है कि 2023 में कोविड मामलों के विस्फोट के बाद उसके पास दस लाख से अधिक मामले होंगे। कोविड से और लोगों की मौत हो सकती है। वहीं, चीन की कोविड टास्क फोर्स के सलाहकार फेंग जिजियान ने कहा कि देश की 60 फीसदी आबादी यानी 8।4 करोड़ से ज्यादा लोग संक्रमित हो सकते हैं।
बीजिंग समेत अन्य शहरों के अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जिससे वहां मौजूद अस्पतालों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। कोरोना संक्रमण के मरीजों की बढ़ती संख्या से वहां की स्वास्थ्य सुविधाएं और खानपान सेवाएं प्रभावित होने लगी हैं। इस बीच, चीन के सबसे बड़े शहर शंघाई ने मामलों में उछाल को देखते हुए अपने अधिकांश स्कूलों को ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का निर्देश दिया है।