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आरएसएस के संघ सरकार्यवाह होसेबल का बड़ा बयान, 'गौ मांस' खाने वाले भी कर सकते हैं हिंदू धर्म में वापसी

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Feb 2, 2023

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) संघ सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसेबल (Dattatreya Hosable) ने जयपुर में बड़ा बयान दिया है कि गोमांस खाने वाले भी हिंदू धर्म में लौट सकते हैं। बुधवार को जयपुर के बिरला सभागार में आयोजित 'आरएसएस कल, आज और कल' विषय पर व्याख्यान देते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति मजबूरी में बीफ खाता है और दूसरे धर्म में परिवर्तित हो जाता है, तो उसके लिए दरवाजे बंद नहीं होते हैं। । आज भी उनकी घर वापसी हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिनके पूर्वज हिंदू हैं, वे सभी हिंदू हैं। वे आज कैसे पूजा करते हैं या उनके विचार क्या हैं, यह हमारा विचार नहीं है। जो अपने को हिन्दू मानता है वह भी हिन्दू है।

आरएसएस के सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसेबल ने बुधवार को कहा कि संगठन के कार्यकर्ता न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता राष्ट्रवादी हैं। होसेबल ने एकात्म मानवदर्शन अनुसंधान द्वारा आयोजित 'राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ: कल, आज और कल' पर एक स्मारक व्याख्यान में कहा, "हम न तो दक्षिणपंथी हैं और न ही वामपंथी। हम राष्ट्रवादी हैं। केवल संघ। राष्ट्र के हित में।" एवम विकास प्रतिष्ठान बुधवार को काम करने के लिए।"

होसेबल ने कहा कि भारत में रहने वाले सभी लोग हिंदू हैं, क्योंकि उनके पूर्वज हिंदू थे। उनकी पूजा करने का तरीका अलग हो सकता है, लेकिन वे सभी एक ही डीएनए साझा करते हैं। उन्होंने आगे कहा, "संघ केवल एक शाखा स्थापित करेगा, लेकिन संघ के स्वयंसेवक सभी काम करेंगे। सभी के सामूहिक प्रयासों से ही भारत विश्व गुरु बनेगा और विश्व का नेतृत्व करेगा। संघ का मानना ​​है कि कुल मिलाकर, भारत के धर्म और संप्रदाय एक हैं।"

उन्होंने कहा, "लोग अपने पंथ को ध्यान में रखते हुए संघ का काम कर सकते हैं। संघ कठोर नहीं है, लेकिन लचीला है। संघ को समझने के लिए दिल की जरूरत नहीं है। दिमाग अकेला काम नहीं करता। संघ दिल और दिमाग बनाने का काम है। जानिए, जीवन क्या है और जीवन का उद्देश्य क्या है। आरएसएस महासचिव ने कहा कि संविधान अच्छा होता है और उसे चलाने वाला बुरा इसलिए संविधान भी कुछ नहीं कर सकता।

उन्होंने कहा, "हमारी आने वाली पीढ़ी को ध्यान रखना चाहिए कि सामाजिक कलंक को आगे न बढ़ाया जाए। इसलिए पर्यावरण की रक्षा के लिए जल, जमीन और जंगलों की रक्षा करनी होगी। भारत की पहचान और अस्तित्व के लिए हमें सभी को बचाना होगा। समाज सक्रिय है।" होसेबल ने कहा कि देश में लोकतंत्र स्थापित करने में आरएसएस की भूमिका रही है। यह तथ्य विदेशी पत्रकारों की ओर से लिखा गया था। तमिलनाडु में धर्मांतरण के खिलाफ हिंदू जागृति थी।

आरएसएस महासचिव ने कहा कि आज संघ देश में सामाजिक जीवन के सभी क्षेत्रों में सक्रिय है, जब भी कोई आपदा आती है तो संघ के स्वयंसेवकों को ही याद किया जाता है। होसेबल ने कहा, "आज संघ राष्ट्रीय जीवन के केंद्र में है। संघ व्यक्तिगत निर्माण और सामुदायिक भवन का कार्य करता रहेगा। यह समाज के लोगों को जोड़कर समाज के लिए काम करेगा। आज एक लाख सेवा कार्य हो रहे हैं।" संघ द्वारा किया जा रहा है। संघ जीवन का एक तरीका है। और यह काम करने का एक तरीका है। संघ जीवन का एक तरीका है और संघ आज एक आंदोलन बन गया है। हिंदुत्व के निरंतर विकास की खोज को कहा जाता है आरएसएस।"