Apr 17, 2020
CPIM नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि पीएम नरेन्द्र मोदी से उम्मीद थी कि वो आज अपने संबोधन में एक रोडमैप पेश करेंगे कि किस तरह कोरना वायरस से पैदा हुई स्थिति से निपटेगी। ख़ासौतर पर जिन लोगों की रोज़ी रोटी इस महामारी के कारण ख़तरे में पड़ गई है लेकिन उन्होने ऐसा कोई रोडमैप प्रस्तुत नहीं किया। सीताराम येचुरी ने कहा कि उनकी पार्टी केंद्र की मोदी सरकार को कुछ सुझाव देने चाहते हैं।
येचुरी ने कहा कि पीएम मोदी ने पिछली बार भी कहा था और आज भी कहा कि लोगों की नौकरी ना छीनी जाए, छंटनी ना की जाए। किन्तु हकीकत यह है कि हज़ारों लोगों की छंटनी पहले ही की जा चुकी है। पूरी दुनिया का उदाहरण है कि सरकार ने यह ज़िम्मेदारी ली है कि लोगों की नौकरी ना जाए और ना ही उनकी तनख्वाह ना काटी जाए। भारत में भी सरकार को यह बंदोबस्त करना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि इसके साथ ही खेती किसानी करने वाले लोगों की जीविका भी संकट में हैं। यह कटाई का मौसम है और सरकार को यह बंदोबस्त करना चाहिए कि किसानों की फ़सल की ख़रीद समय पर और उचित दाम पर हो। इसके साथ ही खेत मज़दूरों की मज़दूरी का भी ध्यान रखना होगा। सरकार को खेत मज़दूरों को उनका वेतन देना चाहिए।