Jan 20, 2023
बागेश्वर धाम के महाराज ने आस्था और अंधविश्वास के अंतर पर टिप्पणी की
पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, चादर चढ़ाना आस्था और नारियल बांधना अंधविश्वास क्यों?
बागेश्वर धाम के महाराज अपने बयानों को लेकर लगातार विवादों में रहते हैं
आस्था और अंधविश्वास को लेकर जारी विवाद के बीच बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कड़ी टिप्पणी की है। बागेश्वर महाराज ने कहा है कि भारत में चादर चढ़ाना और मोमबत्ती जलाना आस्था है, लेकिन नारियल बांधना अंधविश्वास है। पता नहीं लोगों को यह पाखंड कहाँ से मिलता है। यह बात बागेश्वर महाराज ने एक इंटरव्यू में कही है।
अपनी चमत्कारी शक्तियों और बयानों से विवादों में रहे बागेश्वर महाराज ने उन पर साजिश का आरोप भी लगाया है। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि ईसाई मिशनरी उनके पीछे इसलिए हैं क्योंकि वो धर्मांतरण के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ईसाई मिशनरी करोड़ों रुपए धर्मांतरण में खर्च करते हैं। वह दमोह में 160 परिवारों के घर लौटे और आदिवासी क्षेत्रों में दरबार लगा रहे हैं। इसलिए मिशनरी उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं।
उनकी चमत्कारी शक्तियों के बारे में पूछे जाने पर महाराज ने कहा कि उनकी शक्ति साधना की वह विधि है जो उन्हें अपने गुरु से मिली थी। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में साधना की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है। जैसे ही वह भक्त के पास जाता है, उसे अपनी समस्या का एहसास होता है और वह उसे कागज पर लिख देता है। वह सत्य राम नाम की शक्ति से सिद्ध होता है।
पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यह भी दावा किया कि देश में हिंदू बाबाओं के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस वजह से उन्हें निशाना भी बनाया जा रहा है, लेकिन वे इससे डरने वाले नहीं हैं। टोपी पहनने वाले भी राम नाम जप रहे होंगे।