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क्यों इस्तीफा नहीं देना चाहते 'कुश्ती चीफ'

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Jan 20, 2023

क्यों इस्तीफा नहीं देना चाहते 'कुश्ती चीफ'

अखाड़ेबाजी की तरह सियासत के आदी हैं भाजपा सांसद ब्रजभूषण.......

इन दिनों बृजभूषण शरण सिंह के नाम की खासी चर्चा है। हालांकि यह नाम इतना मशहूर नहीं था जितना अब हो रहा है। सिंह भाजपा के नेता हैं, सांसद हैं और वे जिस स्टाइल से सियासत करते रहे हैं, वही अंदाज अब कुश्ती वाले इस नए अखाड़े में भी कायम है। उनके खिलाफ देश के नामी पहलवानों ने जंतरमंतर पर मोर्चा खोल रखा है, आरोप है यौन शोषण का। लेकिन ब्जभूषण आसानी से नहीं झुकने वाले नहीं नजर आ रहे। उनकी पार्टी भाजपा भी इस मामले में अवाक है।

जानकार बताते हैं कि खेल मंत्रालय चाहता है बृजभूषण इस्तीफा दें, लेकिन बृजभूषण ने साफ इंकार कर रखा है। इस मामले में खेल मंत्रालय जांच समिति गठित करने की तैयारी में है तो बृजभूषण ने 22 जनवरी को कुश्ती संघ की बैठक बुला ली है। यानि इस वक्त बृजभूषण हर वो बात कर रहे हैं जो कोई भी मंझा नेता ऐसे हालात में करेगा, मसलन, मुझे फंसाया जा रहा है.. मैं जांच के लिए तैयार हूं, जिससे चाहे जांच करा लें.... मैं बेकसूर हूं... मेरे खिलाफ साजिश हो रही है.. अपनी पार्टी का वफादार हूं। एक न्यूज चैनल पर भी उन्होंने कल कहा कि मैं तो इस्तीफा नहीं दूंगा। उनका दावा तो यह है कि मेरे समर्थन में भी लगातार खिलाड़ी सामने आ रहे हैं। ब्रजभूषण का कहना है कि मैं किसी की दया से अध्यक्ष नहीं बना हूं, अगर मैंने अपना मुंह खोल दिया तो सुनामी आ जाएगी। वे कहते हैं। कि टीम के रुकने की व्यवस्था हम नहीं बल्कि आयोजक करते हैं। प्रत्येक देश की टीम को अलग-अलग जगह ठहराया जाता है। जिस खिलाड़ी ने आरोप लगाया है कि दरवाज़ा खुला था तो वह खिलाड़ी उस टूर्नामेंट में नहीं थी।

चार सप्ताह बेदखल रहेंगेः इधर बृजभूषण शरण सिंह, के विरोध में जंतर मंतर पर पहलवानों का विरोध प्रदर्शन देर रात समाप्त हो गया है। ओलंपिक संघ के बाद अब खेल मंत्रालय ने भी पहलवानों के आरोप की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी है। खेल मंत्रालय की कमेटी चार हफ्ते में जांच रिपोर्ट देगी। जांच पूरी होने तक बृजभूषण डब्ल्यूएफआई के कार्यों से दूर रहेंगे।

इलाके के बड़े नेता भी, विवादित भी
बृजभूषण शरण सिंह भारतीय जनता पार्टी से सोलहवीं लोक सभा के लिए कैसरगंज लोक सभा निर्वाचन क्षेत्र से वर्तमान में संसद सदस्य हैं। वे अबतक छः बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। वर्तमान में वे भारतीय कुश्ती संघ के 11 साल से अध्यक्ष भी हैं। वे राज ठाकरे के विरोध को लेकर भी तब चर्चा में आए थे जब ठाकरे अयोध्या स्थित रामलला के दर्शन करने आने की बात कही थी और सांसद सिंह ने उनका जबरदस्त विरोध किया था. उन्होंने राज ठाकरे को अयोध्या नहीं आने तक की सलाह दी थी इससे पहले भी वो मंच पर एक पहलवान को थप्पड़ मारवने के मामले में घिर चुके हैं।