Sep 14, 2024
उत्तर प्रदेश वन विभाग ने 10 सितंबर को पांचवें 'हत्यारे' भेड़िये को पकड़ लिया, जबकि एक अभी भी पकड़ से बाहर है. बहराईच में ग्रामीणों पर कई हमलों के पीछे भेड़ियों का हाथ था.
उत्तर प्रदेश में भेड़ियों के आतंक के चलते बहराइच के प्रभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) अजीत सिंह ने शुक्रवार को कहा कि छठे भेड़िये को पकड़ने के लिए वन विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. अजीत सिंह ने कहा, "हमारी जानकारी के अनुसार, केवल एक भेड़िया बचा है. जिससे लोग डरे हुए हैं. हम रात में गश्त कर रहे हैं. वन विभाग की टीमें भेड़िये का पीछा कर रही हैं. अगर हम भेड़िये का पीछा करते हैं और अगर वो आधे घंटे तक एक जगह पर रहता है, तो हम भेड़िये को पकड़ पाएंगे. बारिश के दौरान, हमारा अभियान थोड़ा प्रभावित होता है, क्योंकि भेड़िया छिपा रहता है."
उत्तर प्रदेश वन विभाग ने 10 सितंबर को पांचवें 'हत्यारे' भेड़िये को पकड़ लिया, जबकि एक अभी भी पकड़ में नहीं आया है. भेड़िये बहराइच में ग्रामीणों पर कई हमलों के पीछे थे.
ऑपरेशन भेड़िया के बारे में
उत्तर प्रदेश वन विभाग ने बहराइच वन प्रभाग की बहराइच रेंज में महसी तहसील के अंतर्गत 25-30 गांवों में हाल ही में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार भेड़ियों के एक झुंड को पकड़ने के लिए "ऑपरेशन भेड़िया" शुरू किया था.
बहराइच में वन विभाग ने भेड़ियों की किसी भी गतिविधि पर नज़र रखने के लिए क्षेत्र में भेड़ियों के संभावित आवासों में से अधिकांश पर स्नैप कैमरे लगाए हैं, जिससे वन विभाग को भेड़ियों की गतिविधियों के बारे में पता लगाने और उन्हें पकड़ने में मदद मिलेगी. सिकंदरपुर गांव में छह गुफाओं के आसपास तीन स्नैप कैमरे भी लगाए गए हैं, जिन्हें स्थानीय ग्रामीण भेड़ियों के रुकने की जगह बताते है. बहराइच के विभिन्न गांवों में भेड़ियों के हमलों के कारण अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है और 50 से अधिक लोग घायल हो चुके हैं.