Jul 19, 2023
देवाशीष उपाध्याय. मध्यप्रदेश मे भी अब चुनावी मौसम के बादल गरजने लगे है और बस अब बरसात की ही देर है. बरसात के पहले जो कुछ बूंदा बांदी होती है वो शुरु हो चुकी है. इन बूंदो मे कभी आरोप होते है तो कभी नेताओं के अतीत की चार्चा तेजी पकड़ लेती है. आज कल तो चुनाव एक-दूसरे के खिलाफ लड़ने के पहले नेता अपनी पार्टी के अन्दर खुब लड़ते है और बहार आकर कहते है की हम सब साथ है. ये साथ कितना लंबा चलता है ये तो तब पता चलता है जब कोई पद देने या लेने की बात आती हो. पद लेने और देने के चुनाव के बीच पार्टी आलाकमान खूब संघर्ष करता है और आखिर मे अगर नुकसान होता है तो वो होता है पार्टी की इमेज का. अक्सर पार्टी की जो एकता है वो देखने को मिलती है जब चुनाव के नतीजे आ जाते है और सभी नेता एक-दूसरे को मिठाई भी खिला देते है. अब मिठाई कितने मन से खिलाते है यह कुछ दिन बाद ही पता चल पाता है. जब खबर आने लगती है की जो कल तक मिठाई खिला रहे थे अब उनके फोन ही नही लग रहे. कई बार तो कुछ नेतागण किन्ही रिसोर्ट मे जाकर अपनी थकान मिटाने लगते है और जब वापिस आते है तब उनकी पार्टी ही बदल जाती है. पीछले कुछ वक्त मे ऐसे कुछ उदाहरणों पर देश मन ही मन हंसा जरुर है क्यूकी क्या ये इतना आसान होता है की जिस सोच के साथ चुनाव लड़ा और जिस सोच के पीछे चलते हुए राजनैतिक सफर किया उसे बीच मे ही छो़ड़ कर अपना रास्ता ही बदल ले. अब शायद यह आसान भी हो क्यूकी अगर रास्ते की मंजिल मे कोई मंत्री पद मिल रहा हो तो नेता मना क्यू ही करेगा. खैर मध्यप्रदेश की बात करते हुए क्या पता अचानक 'रिसॉर्ट पॉलिटिक्स' की बात याद आ गई. हमने बात शुरु की थी मध्यप्रदेश मे होने वाले चुनावो की जहां इस बार कांग्रेस हमेशा की तरह कह रही है की हम सब एकजुट है और बीजेपी भी अपने बहुत सारे नेतागण के साथ पूरे विश्वास से भरी हुई है. अगर कुछ अलग दिख रहा है तो वो यही है की इस बार बीजेपी मे ज्यादा नेता दिखाई दे रहे है और कांग्रेस मे कम. दोनो ही पार्टी बिलकुल घोषणा मे लगी हुई है और जनता भी इस वक्त मंथन के दौर मे है की क्या मन बनाया जाए. एक के बाद एक प्रदेश सरकार की तरफ से होती घोषणाए और विपक्ष की और से लगातार प्रदेश भर से चुन चुन कर ऐसे लोगो को चयनित करना जो चुनाव जीत सके. अब बस देखना होगा की कैसे दोनो ही प्रमुख दल जनता के सामने अपने आप को प्रस्तुत करते है और किसकी प्रस्तुति पर जनता ज्यादा ताली बजाती है.








