Dec 5, 2023
आज के दौर में हवा बहुत प्रदूषित हो गई है। तरह-तरह की बीमारियाँ फैल रही हैं। जिसके चलते लोगों की जीवनशैली भी बदल गई है, प्लास्टिक की खपत, पानी की दुरूपयोग और वायु प्रदूषण बहुत बढ़ गया है।
प्रदूषण के कारण दिल्ली, नोएडा, एनसीआर में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है, जिसका सीधा असर बच्चों की सेहत पर पड़ रहा है। खासकर छोटी उम्र के बच्चे प्रदूषण का शिकार हो रहे हैं। बता दें कि, प्रदूषित हवा में नाइट्रोजन और सल्फर जैसी गैसें प्रचुर मात्रा में होती हैं, जो बच्चों के फेफड़ों के लिए हानीकारक होती है और और संक्रमण का कारण बनती हैं।
वायु प्रदूषण के कारण बच्चों को पेट संबंधी समस्याओं जैसे उल्टी, दस्त, पेट दर्द आदि से पीड़ित हो रहे हैं। इतना ही नहीं, प्रदूषित हवा से फेफड़ों में ब्लॉकेज होने के कारण बच्चों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है। इनमें खांसी, अस्थमा और उल्टी-दस्त शामिल हैं।
पर्याप्त पानी पिएं
बच्चों को प्रदूषण के प्रभाव से बचाने के लिए उन्हें पर्याप्त पानी पिलाकर हाइड्रेटेड रखना चाहिए। शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा प्रदूषण के कारण होने वाले विषाक्त पदार्थों को शरीर से आसानी से बाहर निकाल देता है। इससे बच्चों को उल्टी और दस्त जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
प्रदूषण के कारण बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इसलिए बच्चों को पौष्टिक आहार में सब्जियां, फल, दूध, आदि को शामिल करना चाहिए। विटामिन सी भरपूर खाद्य पदार्थ खाने से भी इम्यून सिस्टम मजबूत होता है। इसके अलावा व्यायाम, योग और पर्याप्त नींद भी बहुत जरूरी है।
मास्क पहनें
जब भी आप घर से बाहर जाएं तब बच्चों को मास्क जरूर पहनाएं । मास्क पहनने से प्रदूषण बच्चों के मुंह और नाक तक नहीं पहुंचता।








