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रामलला की मूर्ति फाइनल होने पर बोले चंपत राय- 'अभी कुछ नहीं कहूंगा, 17 जनवरी को रामभक्तों को दी जाएगी जानकारी'

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Jan 2, 2024

- कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई मूर्ति पर मुहर लगी है

आयोध्या के राम मंदिर में 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम होगा. अब रामलला की तीन मूर्तियों में से एक को भव्य राम मंदिर में स्थापित करने का फैसला हो गया है. केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पर पोस्ट कर यह जानकारी दी है. तीन मूर्तियों में से कर्नाटक के मशहूर मूर्तिकार अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई मूर्ति पर मुहर लग गई है.

हालांकि, श्री राम जन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने आज कहा कि, मैं अभी इस मामले में कुछ नहीं कहूंगा. मूर्तिकर मंदिर समिति इस पर अंतिम निर्णय लेगी. जानकारी मिली है कि मूर्ति पर मुहर लग चुकी है लेकिन ट्रस्ट राम भक्तों को इसकी जानकारी 17 जनवरी को देगा. इस दिन रामनगरी में नगर यात्रा निकाली जायेगी.

केंद्रीय मंत्री ने यह बात एक्स पर लिखी

इससे पहले केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने एक्स पर लिखा था, 'जहां राम हैं, वहां हनुमान हैं। अयोध्या में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के लिए एक मूर्ति का चयन कर लिया गया है. हमारे देश के प्रसिद्ध मूर्तिकार, हमारे गौरव अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई भगवान राम की मूर्ति अयोध्या में स्थापित की जाएगी।' हालांकि, बाद में उन्होंने ट्वीट डिलीट कर दिया।

ये मानक मूर्ति निर्माण के लिए तय किये गये थे

- मूर्ति की कुल ऊंचाई 52 इंच होनी चाहिए

- श्री राम के हाथ उनके घुटनों जितने लंबे होने चाहिए

- सिर पर सुंदर, आंखें बड़ी-बड़ी और माथा भव्य होना चाहिए।

- कमल के फूल पर खड़ी मुद्रा में मूर्ति

- हाथ में धनुष-बाण

- मूर्ति में पांच साल के बच्चे की बालसुलभ कोमलता झलकनी चाहिए

सोशल मीडिया पर योगीराज की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है

योगीराज एक घरेलू नाम है और सोशल मीडिया पर उनकी बहुत बड़ी फैन फॉलोइंग है। प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के पुत्र, 37 वर्षीय अरुण योगीराज मैसूर महल के मूर्तिकारों के परिवार से हैं। अरुण के पिता ने भी गायत्री और भुवनेश्वरी मंदिरों के लिए काफी मेहनत की है. एमबीए की पढ़ाई करने वाले योगीराज पांचवीं पीढ़ी के मूर्तिकार हैं। एमबीए की डिग्री के बाद, उन्होंने एक निजी कंपनी में भी काम किया लेकिन मूर्तिकार बनने के लिए 2008 में नौकरी छोड़ दी।