Feb 12, 2017
कोलकाता। बॉर्डर सिक्यॉरिटी फोर्स (BSF) रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) से जवानों की ट्रेनिंग के लिए बातचीत कर रहा है ताकि भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर होने वाली नकली नोटों की स्मगलिंग पर लगाम लगाई जा सके। पिछले एक महीने से बॉर्डर पर 2,000 रुपये के नकली नोटों की लगातार पकड़ी जा रही खेपों ने सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की नींद उड़ा रखी है।
एक वरिष्ठ BSF अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया, 'सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़े जाने वाले नकली नोट की संख्या चिंता का विषय है। इन नकली नोटों में नए 2,000 रुपये के नोटों में दिए गए आधे से ज्यादा सिक्यॉरिटी फीचर्स को कॉपी कर लिया गया है। इसलिए हम RBI से जवानों और अधिकारियों को 2,000 रुपये के नोटों की पहचान के लिए ट्रेनिंग की बात कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि जल्द ही हम नोटों की पहचान करने में सक्षम होंगे।'
एक अन्य BSF अधिकारी ने कहा, 'हम चाहते हैं कि जवान और अधिकारी किसी तकनीक या फिजिकल तरीके से असली और नकली नोटों की स्पष्ट पहचान कर सकें। नए 2,000 रुपये के नोट में 17 सिक्यॉरिटी फीचर्स हैं, हम चाहते हैं कि इन नकल की भी स्पष्ट पहचान कर सकें।' हालांकि नोटबंदी के बाद भारत-बांग्लादेश बॉर्डर खासतौर पर माल्दा-मुर्शिदाबाद जिले में नकली नोटों की स्मगलिंग पर काफी हद तक रुक गई थी लेकिन 2,000 रुपये के नकली नोटों के आने बाद फिर से चिंता जताई जा रही है।








