Jan 19, 2017
सीहोर। मध्यप्रदेश के सीहोर के जिला अस्पताल में डॉ. डीएस सुमन के साथ गाली-गलौच कर कपड़े फाड़कर सड़क पर दौड़ाने की धमकी देने के मामले में भाजपा नेता जसपाल अरोरा घिर गए हैं। गुरुवार को सीहोर में मध्यप्रदेश मेडीकल एसोसिएशन के महासचिव डॉ. माधव हसानी के नेतृत्व में सीहोर जिले के सभी डॉक्टरों ने कलेक्टर के नाम आवेदन लिख कलेक्ट्रेट की आवक -जावक शाखा में सामूहिक इस्तीफा दिया। इस्तीफे के बाद सीहोर के जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं चरमरा गईं। मरीज इलाज के लिए यहां-वहां भटकते रहे। उधर भाजपा नेता की अभद्रता का असर राजगढ़ में हुआ। यहां के जिला अस्पताल में डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर काम किया। आपको बता दें कि जसपाल अरोरा न केवल भाजपा नेता हैं, बल्कि नगर पालिका सीहोर अध्यक्ष अमीता अरोरा के पति भी हैं। सीहोर के डॉक्टर्स का एक समूह गुरुवार दोपहर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भोपाल में मुलाकात कर भाजपा नेता के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग करेगा।
जसपाल अरोरा को कारण बताओ नोटिस
इस बीच देर शाम बीजेपी ने जसपाल अरोरा को नोटिस जारी कर दिया। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह चौहान ने अरोरा को कुछ डॉक्टरों के साथ कथित दुव्यज़्वहार के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्हें 7 दिन के भीतर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है। इस आशय का पत्र कार्यपालन मंत्री सत्येंद्र भूषण सिंह ने जारी कर दिया है। यह जानकारी बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने दी।
मेडिकल ऐसोसिएशन के महासचिव डॉ. हसानी ने बताया कि बुधवार देर शाम को कोतवाली थाने में डॉ. डीएस सुमन को समझौते के लिए दबाव बनाकर तैयार किया गया था। कोतवाली में डॉ. सुमन को भाजपा नेता ने लड़की भेजकर छेड़छाड़ के मामले में फंसाने की धमकी दी थी। डॉ. सुमन सीहोर में परिवार के साथ अकेले रहते हैं, भाजपा नेता ने अपने पद और हेसियत का उपयोग कर प्रशासन पर दबाव बनाया, जिसके कारण डॉक्टर्स डर गए और समझौता कर लिया। यह मामला हमारे स्वाभिमान से जुड़ा हुआ है, डॉ. सुमन दलित वर्ग के हैं यदि दलित वर्ग के डॉक्टर के साथ इस तरीके का व्यवहार कोई भाजपा नेता करता है तो पूरे प्रदेश का दलित समुदाय इसके खिलाफ सड़क पर उतरेगा।
ये था मामला
अप्राकृतिक कृत्य से पीडि़त कक्षा 9वीं के छात्र के मेडिकल लापरवाही को लेकर जसपाल सिंह अरोरा बुधवार को जिला अस्पताल पहुंचे थे। यहां उन्होंने खुलेआम डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार किया। अपशब्द कहे और गालियां तक देने से परहेज नहीं किया। यही नहीं उन्होंने डॉक्टर को जूते मारकर, कपड़े फाड़कर दौड़ाने की धमकी तक दे डाली।